वकीलों पर चाकूओं से जानलेवा हमला, वकीलों ने केन्द्र सरकार से वकील प्रोटेक्शन एक्ट मांग की
फरीदाबाद। वकीलों पर हो रहे हमलों को लेकर वकीलों का प्रतिनिधि मंडल ने प्रधानमन्त्री के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौपा बार काउंसिल के पूर्व मनोनित सदस्य शिवदत्त वशिष्ठ, एडवोकेट ने कहा कि केन्द्र सरकार को अधिवक्ता प्रोटेक्शन एक्ट लागू कर देना चाहिए क्योंकि आयेदिन वकीलों पर हमले हो रहे है। वरिष्ठ अधिवक्ता कुंवर दलपत सिंह ने कहा कि वकील पर हमला करने वालों पर सात साल की सजा व पांच लाख रूपये का जुर्माना होना चाहिए और जुर्माना वकील के परिवार को मिलना चाहिए। दयालपुर गांव के अनिल शर्मा, एडवोकेट व उनके दोनों बेटे शेखर एडवोकेट व सचिन एडवोकेट जो कि सैक्टर-12 में वकालत करते है उनके परिवार पर कुछ लोगों ने चाकूयों से हमला कर लहू लुहान कर दिया जो कि आज अस्पताल में जिंद्गी और मौत से जूझ रहें है। दूसरी तरफ शारीका टण्डन, एडवोकेट के घर पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया।
जिला बार ऐसोसिएशन के महासचिव नरेन्द्र पराशर ने डिस्ट्रीक एण्ड सैशन जज से मिलकर तुरन्त दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग की और गिरफ्तारी ना होने पर बार के पदाधिकारियों से मिलकर हडताल की जायेगी। वशिष्ठ ने कहा कि राज्य सरकार को वकीलों के संरक्षण के लिए प्रस्ताविक विधेयक का ड्राफ्ट तैयार करके केन्द्र सरकार को भेजा जाना चाहिए। वकील को कोर्ट में किसी न किसी की पैरवी करनी पड़ती है जिससे कई बार दूसरा पक्ष नाराज हो जाता है और वह वकील से दुशमनी मानने लगता है। इस मौके पर वरिष्ठ अधिवक्ता जे0 पी0 अधाना, अनिल पाराशर, प्रदीप परमार, डी0 डी0 कौशिक, भूपेन्द्र वत्य, प्रमोद भारद्वाज, रविन्द्र रावत, सूरज चन्दीला, संजय दीक्षित, प्रेमचन्द सैनी, प्रेम भारद्वाज, लक्ष्मण तंवर, पवन कौशिक, कुलदीप जोशी, विजय यादव, अनिल तौमर, अफाख खान, मुबीन खान, विनोद शर्मा, सतपाल नागर, डी0 के0 वर्मा, हरदीप विशोया, अंकित त्यागी, सुरेश शर्मा, विनोद कौशिक, ओमदत्त भारद्वाज आदि सैकडों अधिवक्ता मौजूद थे।