अधिवक्ताओं ने की पुलिस प्रसासन के खिलाफ नारेबाजी

फरीदाबाद, 4 नवम्बर। तीस हजारी कोर्ट में पार्किंग विवाद के चलते वकीलों और पुलिस में भिडंत हुई जिसमें दर्जनों वकील घायल हो गए थे उस झगडे को लेकर बॉर काउंसिल ऑफ इन्डिया के आदेश पर जिला न्यायालय फरीदाबाद में वकीलों ने हडताल कर दी। सैकडों वकील सुबह 10 बजे ही लॉबी में कुर्सिया बिछा कर बैठ गए और बार एकता जिन्दाबाद व पुलिस प्रसासन दिल्ली मुर्दाबाद के नारे लगाते रहे।

बार एसोसिएसन फरीदाबाद के जनरल सैक्टरी नरेन्द्र पारासर व सिनियर वाईज प्रैजिडेन्ट नीरज सचदेवा ने बैठक कर सभी कोर्ट रूमों में हडताल की सूचना दी। ज्ञात हो कि एक वकील की कार दिल्ली तीस हजारी कोर्ट में जेल वैन से टकरा गई थी इस पर पुलिस ने वकीलों को लॉकअप में लेजा कर पीटा। 6 जजो के कहने पर भी पुलिस ने वकीलों को बहार नहीं निकाला। पुलिस ने कई राउंड गोलियां चलाई जिसमें एक वकील को गोली लगी।

वरिष्ठ अधिवक्ता शिवदत्त वशिष्ठ ने कहा कि पुलिस ने चैम्बरों में जाकर भी दर्जनों वकीलों को लाठी डन्डों से मारा। सभी अधिवक्ताओं ने पुलिस इस कार्यवाही की निन्दा की और पुलिस के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही करने की मांग की। इस मौके पर बार कांउसिल के पूर्व सदस्य ओ$ पी$ शर्मा, जे$ पी$ अधाना, सतेन्द्र भडाना, एम$ एस$ नागर, अनील पारासर जोगिन्द्र चौहान, आर$ पी$ नाहर, कंवर दलपत ंिसह, राधे श्याम पारासर, आर$ सी$ पारासर, अजय दत्त पारासर, सचिन चंदीला, अनील कुमारी, मनमीत कौर, भानूप्रीया, हंसराज, लक्की सिंगला संदीप पारासर, सुखराम जाखड, प्रेम भारद्वाज, सतपाल नागर, कुलदीप जोशी, हरदीप बिसोया आदि सैकडों अधिवक्ता मौजूद थे।

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