एनकाउंटर के बाद इकलाख का हत्यारोपित फिर गिरफ्तार, लूट की कई घटनाओं में था शामिल
ग्रेटर नोएडा । तकरीबन चार साल बाद दिल्ली से सटा गौतमबुद्धनगर का बिसाहड़ा गांव एक बार फिर चर्चा में है। 28 सितंबर, 2015 की रात बिसाहड़ा गांव में हुई इकलाख की हत्या का आरोपित हरिओम पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार हुआ है।
जारचा पुलिस ने लूट के आरोप में मुठभेड़ के दौरान हरिओम को गिरफ्तार किया। यह मुठभेड़ समाना नहर पर हुई। आरोपित हरिओम इकलाख हत्याकांड के आरोप मे जेल में रह चुका है और फिलहाल जमानत पर चल रहा था।
बता दें कि वह गौतमबुद्धनगर नगर लोकसभा सीट से सांसद का चुनाव लड़ने की तैयारी भी कर रहा था, लेकिन मुकदमे होने की वजह से वह चुनाव नहीं लड़ पाया। इसके साथ ही वह पड़ोसी जिले गाजियाबाद के मसूरी थाने क्षेत्र में हुई लूट की चार घटनाओं में भी वांछित था।
गौरतलब है कि बिसाहड़ा गांव में 28 सितंबर, 2015 की रात हुई इकलाख की हत्या के मामले में भाजपा नेता संजय राणा के बेटे विशाल राणा व एक अन्य युवक हरिओम को 22 महीने के लंबे इंतजार के बाद जुलाई, 2017 में इलाहाबाद हाई कोर्ट से जमानत मिली थी।
उल्लेखनीय है कि बिसाहड़ा गांव में 28 सितंबर 2015 की रात गोहत्या की सूचना पर भीड़ ने पीट-पीट कर इकलाख की हत्या कर दी थी और उसके बेटे दानिश को पीट-पीट कर अधमरा कर दिया था। मामले में पुलिस ने कुल 19 युवकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी। एक युवक जांच के दौरान निर्दोष पाया गया था। घटना वाली रात वह गांव में नहीं था। पुलिस ने शुरुआत में दस युवकों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की थी, जबकि नौ युवकों के नाम इकलाख की बेटी शाहिस्ता व बेटे दानिश के बयान में प्रकाश में आए थे।