गर्मागर्म हलवा खाने के चक्कर में जीभ जली खट्टर की !

गुरुग्राम (मदन लाहौरिया) 28 अक्टूबर। हरियाणा के राजनैतिक दंगल में इस वक्त एक अजीबोगरीब माहौल बना हुआ है! इस विधानसभा चुनावों में जब हरियाणा की जनता ने भाजपा के खिलाफ जनादेश देते हुए त्रिशंकु विधानसभा के आसार बना दिए तो ईमानदारी की दुहाई देने वाले मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दोबारा से सीएम बनने के लालच में भ्रष्टाचार के आरोपों में सजायाफ़्ता अजय चौटाला की पार्टी जजपा के साथ गठबंधन किया व गठबंधन में सरकार चलाने के फैसले के साथ राजभवन में आयोजित मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर व उपमुख्यमंत्री जजपा के दुष्यंत चौटाला के शपथ ग्रहण समारोह में भ्रष्टाचार के आरोपों में सजायाफ़्ता अजय सिंह चौटाला को जेल से पैरोल दिलवा कर मंच पर बैठाया गया जो कि सरासर हमारे सविंधान के नियमों का उल्लंघन है! ईमानदारी का नकली लबादा ओढ़े मनोहर लाल खट्टर सत्ता सुख के चक्रव्यूह में फंसकर गर्मागर्म हलवा खाने के चक्कर में अपनी जीभ जलवा चुके हैं! हमारे समाज में बुजुर्गों के समय की एक कहावत है जब कोई व्यक्ति सबसे बढिय़ा माने जाने वाले मिष्ठान हलवे को गर्मागर्म खाता है तो अपनी जीभ जलवा बैठता है और यह गर्म हलवा उस व्यक्ति की जीभ को जला कर उसके तालु के साथ चिपक जाता है और गंभीर स्थिति पैदा कर देता है! इसी प्रकार हरियाणा की राजनीति में भ्रष्टाचार से भरा हुआ चौटाला परिवार अब भाजपा सरकार व मनोहर लाल खट्टर की जीभ को जला कर उनके तालु के साथ चिपक कर भाजपा व मनोहर लाल खट्टर के राजनैतिक जीवन पर एक कैंसर का रोग साबित होगा और एक दिन हरियाणा के इतिहास में ऐसा आएगा कि अपने भ्रष्टाचार के रंग में डुबो कर यह चौटाला परिवार इस मनोहर लाल खट्टर व भाजपा को ले डूबेगा!

दिवाली के दिन रविवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर व उपमुख्यमंत्री जजपा के दुष्यंत चौटाला के शपथ ग्रहण समारोह के अवसर पर मंच पर प्रकाश सिंह बादल के साथ भ्रष्टाचार के आरोपों में सजा काट रहे व पैरोल पर आये अजय सिंह चौटाला को बैठाया गया जो कि बेहद शर्मनाक घटना है! शपथ समारोह में मुख्यमंत्री पद की शपथ भाजपा के मनोहर लाल खट्टर को व उपमुख्यमंत्री पद की शपथ जजपा के दुष्यंत चौटाला को दिलवाई गई तथा अन्य किसी भी प्रकार के मंत्रियों को मंत्रिमंडल में लेने का अभी फैसला नहीं किया गया! शपथ ग्रहण समारोह में पूर्णतया असमंजस की स्थिति बनी हुई थी! मंच पर पहले मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री व अन्य मंत्रियों सहित 13 कुर्सियां लगाई गईं थीं व 13 गाडिय़ां ही इस मंत्रीमंडल के लिए तैयार रखी गई थी परंतु ऐन वक्त पर केवल मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को ही शपथ दिलवाई गई! कुछ समय तक यह भी खबर फैलाई गई कि 4 अन्य मंत्रियों को भी शपथ दिलवाई जा सकती है परंतु ऐसा नहीं हुआ!

सूत्रों के अनुसार मनोहर लाल खट्टर खुद अपनी ही पार्टी के हारे हुए वरिष्ठ नेताओं से डरे हुए हैं व जनता के बड़े भारी विरोध के कारण भाजपा व आरएसएस की विचारधाराओं में बड़ा भारी टकराव होने की संभावना बनती जा रही है क्योंकि हरियाणा में भाजपा की सरकार चलाने वाले इस मनोहर लाल खट्टर ने केवल झूठ ही झूठ बोल कर पांच साल तक जनता को गुमराह करे रखा! पिछले पांच सालों में हरियाणा में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते हुए मुख्यमंत्री खट्टर सहित सभी मंत्रियों ने अपने खजाने जनता से लूटे हुए धन से भरे व जनता को कंगाली में धकेलते हुए फकीर बना दिया! शपथ समारोह में भ्रष्टाचार के आरोपों में सजायाफ़्ता अजय सिंह चौटाला का मंच पर बैठना वर्तमान की इस सरकार में जबरदस्त भ्रष्टाचार के बढ़ावे को संकेत दे रहा है! यह एक गंभीर मसला है! आने वाले समय में हरियाणा की जनता में इस भाजपा व जजपा के गठबंधन के खिलाफ बड़ा भारी तूफान खड़ा हो सकता है!

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