भारत अरोड़ा ने सविधान दिवस मनाते हुए 26/11 हमले में जान गंवाने वालों को दी श्रृद्धांजलि
फरीदाबाद 26 नवम्बर। पूर्व मेयर अशोक अरोड़ा के पुत्र कांग्रेस के युवा नेता बडख़ल विधानसभा-87 भारत अरोड़ा ने सविधान दिवस मनाते हुए 26/11 हमले में जान गंवाने वालों को मोमबत्ती जलाकर श्रृद्धांजलि दी। इस अवसर पर भारत अरोड़ा ने कहा कि ये हमारे देश के लिए ऐतिहासिक दिन हैं। भारतीय संविधान देश दुनिया का सबसे बड़ा संविधान है जो कि 2 वर्ष 11 महीने और 18 दिन में तैयार किया गया। आजादी के बाद देश को चलाने के लिए एक संविधान की आवश्यकता पड़ी जिसमें भारत देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद, प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु ने डॉक्टर भीमराव अंबेडकर जी को भारत का प्रथम कानून मंत्री बनाते हुए संविधान लिखने की प्रार्थना की जिसमें डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने हिंदुस्तान के उस प्रत्येक वर्ग के लिए जो चाहे वह छुआछूत से चाहे वह अछूत से या निम्न वर्गों से आते हैं उन सभी के भले के लिए कल्याण के लिए संविधान की रचना की जिसमें सबको समानता के अधिकार, स्वतंत्रता का अधिकार, अपनी बात कहने का अधिकार, विश्वास का अधिकार और घूमने-फिरने और किसी भी धर्म को अपनाने के अधिकार दिलवाये जो कि सिर्फ हमें संविधान से प्राप्त हुए है। आज अगर समानता के साथ जीने का अधिकार है तो वह सिर्फ डॉक्टर भीमराव अंबेडकर द्वारा निर्मित भारतीय संविधान से प्राप्त हुआ है हमें अपने भारतीय संविधान पर गर्व होना चाहिए।
इस दौरान उन्होंने 26/11 हमले में जान गंवाने वालों को श्रृद्धांजलि भी दी। भारत अरोड़ा ने कहा मैं उन सभी को श्रद्धांजलि देता हूं जिन्होंने मुंबई में 26/11 के आतंकवादी हमले में अपनी जान गंवाई। 26 नवंबर साथ-साथ दर्द भी पहुंचाता है। मैं आज उन सभी आत्माओं को नमन करता हूं।