मजदूर हैं मजबूर नहीं के नारे के साथ भवन निर्माण कामगार संसद की ओर
गुरुग्राम (मदन लाहौरिया) 17 नवंबर। भवन निर्माण कामगारों के कल्याण बोर्ड को समाप्त करने के मोदी सरकार के फैसले के खिलाफ 5 दिसंबर को भवन निर्माण कामगार सीडब्लूएफआई के आह्वान पर संसद भवन की ओर हजारों की संख्या में भवन निर्माण कामगार मजदूर कूच करेंगे! मोदी सरकार ने 44 मौजूदा श्रम कानूनों को 4 श्रम सहिंता में विलय करने का फैसला किया है! मजदूरों की राय के विरुद्ध भारत सरकार ने यह तय किया है कि सामाजिक सुरक्षा पर मौजूदा 14 अधिनियम सामाजिक सुरक्षा और कल्याण कोड में मर्ज हो जायेंगे! यह सामाजिक सुरक्षा और कल्याण कोड भवन निर्माण मजदूर कल्याण कानून को समाप्त कर देगा!
सरकार के इस मजदूर विरोधी रवैये पर गुरुग्राम भवन निर्माण कामगार यूनियन के जिला महासचिव व मजदूर नेता राजेंद्र सरोहा ने तीखी प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि भवन निर्माण कामगार मजदूर हजारों की संख्या में 5 दिसंबर को मजदूर है मजबूर नहीं, इस नारे के साथ संसद भवन की ओर कूच करेंगे! आगे उन्होंने बताया कि इस विषय में भवन निर्माण कामगार यूनियन हरियाणा 1425 ब्लाक कमेटी पटौदी में मजदूरों की एक बैठक हुई जिसमें राज्य कमेटी के सचिव कामरेड विनोद देशवाल, कामरेड, राजेंद्र सिंह सरोहा, गुरुग्राम जिला प्रधान धर्मवीर व जिला कोषाध्यक्ष राजेश ने मजदूरों को संबोधित किया व जिला सचिव प्रभाती ने सभा का संचालन किया! सभा में 5 दिसंबर को होने वाले संसद मार्च में जोर शोर से शामिल होने के लिए आह्वान किया गया! राजेंद्र सरोहा ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो अपनी हक की लड़ाई के लिए जान भी न्यौछावर कर देंगे!