वकीलों ने अपने खून से लिखे सफेद बैंड उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भेजे
दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में पार्किंग की मामूली सी बात पर दिल्ली पुलिस द्वारा निहत्थे वकीलों पर किए गए लाठीचार्ज व गोलीबारी के कारण कई वकील घायल हुए व दो वकीलों को गोली लगने के कारण उनकी जान पर बन आई व उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। उक्त घटना के विरोध में क्रिएटिव लायर्स फ्रंट के वकीलों ने अपने खून से लिखे सफेद बैंड उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भेजकर अपील की है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि पुलिस द्वारा वकीलों के साथ इस प्रकार के दुष्कृत्य ना दोहराए जाएँ।
फ्रंट के संस्थापक मनोज शर्मा अधिवक्ता ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने अमानवीयता दिखाते हुए अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज किया जिसमें महिला अधिवक्ताओं को भी नहीं बख्शा गया व निहत्थे वकीलों को चैंबरों और गाड़ियों में घुस कर पीटा गया और यहाँ तक कि गोली चलाकर अधिवक्ताओं को मारने का प्रयास किया गया। उक्त कृत्य किसी भी प्रकार से उचित नहीं ठहराया जा सकता है। मामले में दोषी पुलिसकर्मियों पर त्वरित कार्यवाही की जानी चाहिये। यही गोली अगर किसी वकील ने चला दी होती तो अबतक उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाता परन्तु क्योंकि दोषी पुलिसकर्मी हैं इसलिए हर संभव नर्मी बरती जा रही है। उन्होंने कहा कि मामले की न्यायिक जांच निष्पक्ष व शीघ्र की जानी चाहिये। अधिवक्ताओं ने प्रधानमंत्री से एड्वोकेटस् प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने की भी माँग की।