हरियाणा तकनीकी शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव अंकुर गुप्ता ने किया विश्वविद्यालय का दौरा
फरीदाबाद, 24 सितम्बर ! हरियाणा तकनीकी शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव अंकुर गुप्ता ने जे.सी बोस विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद का दौरा किया और कैंपस में चल रहे ढांचागत कार्यों की समीक्षा की। इस अवसर पर उन्होंने विश्वविद्यालय को खुद के संसाधन जुटाने के लिए कंसल्टेंसी प्रोजेक्ट की संभावनाओं का पता लगाने के लिए कहा।
इससे पहले, कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने विश्वविद्यालय में प्रधान सचिव अंकुर गुप्ता का स्वागत किया। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. एस. के. गर्ग और डीन अकादमिक डॉ. विक्रम सिंह भी उपस्थित थे।
विश्वविद्यालय के डीन, विभागाध्यक्षों और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए, श्री गुप्ता ने कहा कि विश्वविद्यालय राज्य के औद्योगिक केंद्र में एक रणनीतिक स्थान पर स्थित है और इसमें उद्योगों से जुड़े विभिन्न कंसल्टेंसी प्रोजेक्ट लाने की अपार संभावनाएं और क्षमता है, जो न केवल औद्योगिक-शिक्षा बीच के अंतर को खत्म करेगी, बल्कि विश्वविद्यालय के भावी विकास के लिए खुद के संसाधन सृजित करने में भी मदद करेगी।
उन्होंने कहा कि तकनीकी शिक्षा को आधुनिक बनाया जाना चाहिए और बदलते परिवेश के अनुरूप पाठ्यक्रम में बदलाव लाया जाना चाहिए ताकि अधिकतम रोजगार के अवसर पैदा हो सकें।
बैठक में बोलते हुए कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा अपने पाठ्यक्रमों को उद्योगों की आवश्यकताओं के अनुसार डिजाइन किया है, जिसे नियमित अंतराल पर संशोधित किया जाता है ताकि विद्यार्थियों को पढ़ाई के बाद रोजगार के लिए तैयार किया जा सके।कुलपति ने अवगत कराया कि विश्वविद्यालय अनुसंधान और विकास गतिविधियों और कंसल्टेंसी प्रोजेक्ट को बढ़ावा देने पर काम कर रहा है। ढांचागत परियोजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि जगह की कमी के बावजूद, विश्वविद्यालय बेहतर बुनियादी ढांचे के विकास के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है।
डीन अकादमिक डॉ. विक्रम सिंह ने महत्वपूर्ण उपलब्धियों, अकादमिक कार्यक्रमों, प्रभावी प्लेसमेंट प्रणाली, प्रशासनिक और अनुसंधान पहल पर एक प्रस्तुति दी।
बैठक में डॉ. विक्रम ने बताया कि विश्वविद्यालय 30 से अधिक स्नातक और स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम चला रहा है जिसमें इंजीनियरिंग, प्रबंधन, विज्ञान और कला के पाठ्यक्रम शामिल हैं। इसके अलावा, विश्वविद्यालय द्वारा कम्युनिटी कॉलेज फॉर स्किल डेवलपमेंट के तहत विभिन्न कौशल विकास पाठ्यक्रम भी चलाये जा रहे हैं। प्लेसमेंट गतिविधियों के बारे में बताते हुए, उन्होंने कहा कि इस वर्ष, विश्वविद्यालय में 180 से अधिक कंपनियों प्लेसमेंट के लिए आ चुकी है।
श्री गुप्ता ने विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों का भी दौरा किया जहाँ संबंधित विभागाध्यक्षों ने उन्हें विभाग में नवीनतम प्रयोगशालाओं और अनुसंधान सुविधाओं के बारे में जानकारी दी।