बड़ी चौपाल देसी विदेशी कलाकारों ने दी एकाएक रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुति, दर्शकों का खूब किया मनोरंजन

सूरजकुंड : फरीदाबाद अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला के 10वें दिन मुख्य चौपाल पर विदेशी कलाकारों के साथ-साथ देश के विभिन्न राज्यों से आए कलाकार अपनी बेहतरीन कला एवं संस्कृति को सुरीली आवाज व नृत्य कला की प्रस्तुतियों के माध्यम से रंग बरसा रहे हैं। एवं मुख्य चौपाल पर एकत्रित हुए दर्शकों का भरपूर मनोरंजन कर रहे हैं।

गुजरात राज्य के अहमदाबाद से आए निधि पुरोहित एवं ग्रुप ने गुजरात प्रांत के लोकप्रिय गरबा नृत्य संग धीमी-धीमी मुरलियो बाजे सै, मुरलियो बाजे से बाजे सै, ढोल म्हारा बाजो रै जैसे गीतों पर शानदार प्रस्तुति देकर मुख्य चौपाल पर बैठे पर्यटकों का मन मोह लिया।

अफ़्रीकी देश घाना से आये कलाकारों ने अपने फोल्क नृत्य घाना सींची, घाना सांगा की प्रस्तुति देकर दर्शकों को घाना देश की संस्कृति से रूबरू कराया। इसी कड़ी में ज़ाम्बिया के कलाकारों ने पारंपरिक “मैला नृत्य” किया जिसमें कलाकारों ने जलती अग्नि को मुख में धारण किया। इस नृत्य से उन्होंने अग्नि समान सामाजिक बुराइयों को दूर करने का सन्देश दिया। मुख्य चौपाल पर युरोपियाई देश बेलारूस से आये कलाकारों ने शानदार गीत की प्रस्तुति पर पर्यटकों की खूब तालियाँ बटोरी। अपने ही देश की कलाकार बेहतरीन कलाकार तुलिका पराशर ने बॉलीवुड गीतों पर भरत नाट्यम कर मंच पर धमाल मचा दिया। गाम्बिया के कलाकारों ने अपने देश के प्रचलित डांस फॉर्म “अमीसोसे” कर तथा अपनी बांसुरियों की सुरीली तान से लोगों को मंत्रमुग्ध किया।

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