पंच परिवर्तन के साथ युवा बनेंगे सामाजिक परिवर्तन के वाहक : गौरव अत्री
राजमाता अहिल्या बाई होलकर द्वारा स्थापित पंच तत्वों - राष्ट्रीय शक्ति, गुरुकुल परंपरा, सामाजिक समरसता, पर्यावरण और परिवार व्यवस्था के साथ ही होगी समाज में प्रगति

फरीदाबाद (मनीष शर्मा) : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के 56 वें अधिवेशन का द्वितीय भाषण सत्र पंच परिवर्तन के वाहक युवा पर आधारित रहा। सत्र के वक्ता उत्तर क्षेत्रीय संगठन मंत्री गौरव अत्री रहे।
उन्होंने अधिवेशन में आए युवा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि छात्र शक्ति असुविधा नहीं बल्कि राष्ट्र शक्ति है। वर्तमान का युवा न केवल समस्याओं का समाधान निकालने में सक्षम है अपितु वह आज भारत को विश्व गुरु के पद तक भी पुनः पहुंचा सकता है। (उन्होंने अभाविप के 75 वर्षों की कड़ी मेहनत पर प्रकाश डालते हुए युवाओं की भूमिका को समाज में प्रासंगिक बताया।)
गौरव अत्री ने अपने संबोधन में एक व्यक्ति से शुरू होने वाली परिवर्तन की श्रृंखला पर ज़ोर देते हुए पंच परिवर्तन को समझने और जीवन में अपनाने पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि व्यवस्था परिवर्तन टॉप टू बॉटम’ और समाज परिवर्तन बॉटम टू टॉप’ का दृष्टिकोण ले चुका है।
गौरव अत्री ने गुरुकुल की परंपरा को क्षय करने वाली अंग्रेज़ी व्यवस्था की आलोचना करते हुए युवाओं को अपने राष्ट्र और समाज के प्रति सम्मान और कर्तव्य को बढ़ावा देने की बात कही। उन्होंने कहा कि समाज में विभिन्न वर्गों, धर्मों और संस्कृतियों के लोगों को आपस में जोड़ने के लिए युवाओं को आपसी सहयोग, सम्मान और भाईचारे का भाव पैदा करके सामाजिक समरसता को मजबूत करना होगा।
गौरव अत्री ने पर्यावरण के मुद्दे पर प्रकाश डालते हुए पूजा स्थलों के पास एकत्रित हुए अनावश्यक वस्तुओं की निंदा की और युवाओं से मंदिरों की सात्विकता बनाए रखने का वचन लिया। साथ ही उन्होंने युवा कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे अपने राष्ट्र के साथ-साथ अपने ग्रह की भी ज़िम्मेदारी लें और ग्लोबल वार्मिंग जैसी पर्यावरणीय समस्याओं का भी समाधान ढूंढ़ने का प्रयास करें।
गौरव अत्री ने युवाओं में पारिवारिक मूल्यों के लिए बढ़ती उदासीनता के प्रति भी गहन चिंता प्रकट की।
गौरव अत्री ने युवाओं को राजमाता अहिल्या बाई होलकर द्वारा स्थापित पंच तत्वों – राष्ट्रीय शक्ति, गुरुकुल परंपरा, सामाजिक समरसता, पर्यावरण और परिवार व्यवस्था, का पालन करने की अपील की।
इस अवसर पर प्रांत मंत्री राहुल वर्मा, प्रदेश अध्यक्ष डॉ सुशील मेहता, प्रांत संगठन मंत्री व सैकड़ों की संख्या में अभाविप के विभिन्न जिलों से आए कार्यकर्ता अध्यापक एवं प्रध्यापक उपस्थित रहे।