यमुना जी के मुक्तिकरण एवं शुद्धिकरण हेतु आन्दोलन अन्तिम विकल्प : संत जय कृष्ण दास
वृंदावन, मथुरा 17 सितम्बर। परम संत प्रवर स्वामी ए. एस. विज्ञानाचार्य महाराज के संरक्षण तथा यमुना रक्षक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जय कृष्ण दास के निर्देशन में यमुना के मुक्तिकरण एवं शुद्धिकरण हेतु यमुना रक्षक दल के राष्ट्रीय संगठन मंत्री डॉ. आर. एन. सिंह द्वारा सुन्दर काण्ड के पाठ का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ यमुना तट स्थित यमुना रक्षक दल के नए केन्द्रीय कार्यालय पानी गांव के विशाल मैदान में वृक्षारोपण के साथ किया गया। इस अवसर पर यमुना रक्षक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जय कृष्ण दास, राष्ट्रीय महासचिव रमेश सिसोदिया, राष्ट्रीय संगठन मंत्री डॉ. आर एन सिंह, राष्ट्रीय सचिव रमाकांत तिवारी, सामूहिक पूर्वांचल सभा के अध्यक्ष राजनाथ सिंह, विवेक महाजन, लत्ता चौहान, पंडित उद्यन शर्मा, सोहन लाल आचार्य सहित ब्रज क्षेत्र के विभिन्न गांवों के यमुना प्रेमी विशेष रूप से उपस्थित थे।
इस अवसर पर यमुना रक्षक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष संत जय कृष्ण दास ने कहा कि 1994 में हुआ यमुना जल का बंदर बांट ही सभी समस्याओं का मूल कारण है जिस पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है। 1994 में यमुना जल के बंटवारे में दक्षिणी हरियाणा के फरीदाबाद, गुरुग्राम, पलवल एवं नूंह पर कोई ध्यान नहीं दिया गया, लगभग यही हालत वृन्दावन, मथुरा सहित उत्तरप्रदेश के कई जिलों के साथ भी है।
यमुना रक्षक दल के राष्ट्रीय संगठन मंत्री डॉ. आर एन सिंह ने कहा कि यमुना जल के नाम पर फरीदाबाद, गुरुग्राम, पलवल, नूंह, वृन्दावन, मथुरा सहित उत्तरप्रदेश कई अन्य जिलों को दिल्ली का औद्योगिक, व्यवसायिक, कृषि तथा घरेलू प्रदूषक, मल-मूत्र मिल रहा है। केन्द्र सरकार के जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत के अब तक के क्रियाकलापों एवं गतिविधियों को देखकर नहीं लगता कि यमुना जी के अविरलता एवं निर्मलता से जुड़ी मूल विन्दुओं को उनके ध्यानार्थ प्रस्तुत किया गया हो अत: यमुना रक्षक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष संत जय कृष्ण दास के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत से मिलकर यमुना जी के अविरलता एवं निर्मलता से जुड़ी मूल विन्दुओं को तथ्यगत तरीके से प्रस्तुत करेगा ताकि माननीय जलशक्ति मंत्री आवश्यक कदम उठा सकें।
यमुना रक्षक दल के राष्ट्रीय सचिव रमाकांत तिवारी, सामूहिक पूर्वांचल सभा के अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने भी सभा को सम्बोधित किया। एक स्वर से प्रस्ताव पारित किया गया कि वर्तमान जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से मिलकर ज्ञापन सौपा जाएगा तथा उनके प्रतिक्रिया के बाद अगले कदम को उठाया जायेगा। हालांकि यमुना प्रेमियों को संगठित करने के लिए ग्रामीण जन जागरूकता अभियान यमुना जी के अविरलता एवं निर्मलता विषय पर चर्चा तथा यमुना प्रेमी प्रीतिभोज (श्रृंखला) का आयोजन सतत जारी रहेगा।