अरोड़ा को नोटिस जारी करने वाले बीर के खिलाफ ही ‘आप’ ने किया नोटिस जारी
चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी के विधायक अमन अरोड़ा के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी करने वाले पार्टी नेता व पूर्व ब्यूरोक्रेट जसबीर सिंह बीर के खिलाफ ही कारण बताओ नोटिस जारी करने का पार्टी ने फैसला लिया है। अरोड़ा ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के मामले में अपनी पार्टी के विधायकों को सलाह दी थी। इसको लेेेेकर जसबीर सिंह बीर ने उन्हें पार्टी के खिलाफ कार्यवाही करने संंबंधी नोटिस जारी कर दिया। बीर नेे अपने आपको पार्टी की अनुशासन कमेटी का चेयरमैन बताया था।
आम आदमी पार्टी ने इसका कड़ा नोटिस लिया। पार्टी की मुख्य प्रवक्ता और विधायक प्रो. बलजिन्दर कौर व कुलतार सिंह संधवां ने बताया कि जसबीर सिंह बीर सोमवार को फोन पर हुई कान्फ्रेंस काल केे दौरान राज्य अध्यक्ष और सांसद भगवंत मान, कोर कमेटी चेयरमैन प्रिंसिपल बुद्धराम और विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा व बाकी सदस्यों ने अमन अरोड़ा के बारे में प्रकाशित खबरों का खंडन करते हुए कहा कि जसबीर सिंह बीर न तो अनुशासन कमेटी के चेयरमैन हैं और न ही पिछले लंबे समय से पार्टी में सरगरम हैं। बीर ने किस हैसियत से अमन अरोड़ा को लेकर अनुशासन कमेटी की 6 सितंंबर को बैठक बुलाने का फैसला कर लिया, इस संबंधी जसबीर सिंह बीर को पार्टी के संबंधित प्लेटफार्म पर स्पष्टीकरण देना पड़ेगा।
कुलतार सिंह संधवां और प्रो. बलजिंंदर कौर ने कहा कि ऐसी गतिविधियों के पीछे पार्टी विरोधी ताकतें नजर आ रही हैं और वह ठीक उस समय साजिश के अंतर्गत कोई न कोई ऐसी शरारत करने की कोशिश करती हैं, जब आम आदमी पार्टी राज्य की राजनीति का केंद्र बिंदुु बनती है। प्रो. बलजिंंदर कौर और कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि हैरानी इस बात की है कि अमन अरोड़ा के किसी बयान को लेकर जसबीर सिंह बीर की पार्टी अध्यक्ष भगवंत मान के साथ कोई बात नहीं हुई, जबकि बीर अपनी टिप्पणी में अमन अरोड़ा के बयान के बारे में अनुशासनी कमेटी बुलाने के लिए भगवंत मान के साथ बात होने का हवाला दे रहे हैं, जो सीधे तौर पर पार्टी विरोधी गतिविधि है, जिसके लिए जसबीर सिंह बीर से स्पष्टीकरण मांगा जा रहा है।
आप नेताओं ने पार्टी प्रधान भगवंत मान के हवाले से बताया कि 28 सितंंबर की बैठक से पहले ही अमन अरोड़ा ने पार्टी प्रधान और कोर समिति चेयरमैन को अपनी दिल्ली जाने की मजबूरी के बारे में बता दिया था, इसलिए अमन अरोड़ा की मीटिंग से गैरहाजिरी कोई मुद्दा ही नहीं है। उन्होंने बताया कि जसबीर सिंह बीर ने इस बात को भी मुद्दा बनाने की कोशिश की थी, लेकिन पार्टी प्रधान की तरफ से उनको मना कर दिया गया था।