किसी भी सांसद या विधायक के बच्चों को टिकट नहीं मिलेगी : अनिल जैन
रोहतक! रोहतक में भाजपा चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक लेने पहुंचे राज्यसभा सांसद व हरियाणा प्रभारी अनिल जैन ने साफ कर दिया कि किसी भी सांसद या विधायक के बच्चों को टिकट नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी अपने नियमों से चलेगी। ब्लड रिलेशन में किसी को टिकट नहीं दी जाएगी। राव इंद्रजीत द्वारा इस्तीफे की पेशकश किए जाने की बात को उन्हें इनकार कर दिया। वहीं सूत्रों के हवाले से जानकारी मिल रही है कि इंद्रजीत ने बेटी आरती को टिकट दिलवाने के लिए पीएम मोदी से मिलने का समय मांगा है, वहीं शाह से भी मुलाकात की है।
गौरतलब है कि गुड़गांव सांसद राव इंद्रजीत अपनी बेटी आरती राव को टिकट दिलवाने के लिए अड़े हुए हैं। शुक्रवार को उन्होंने अपने समर्थकों के साथ दिल्ली में बैठक भी की थी। यह बात पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और पीएम मोदी तक पहुंच गई है। वही अब इस मामले पर फैसला लेंगे। भाजपा में पिछले दिनों कई सांसदों, विधायकों व मौजूदा पदाधिकारियों ने अपने परिजनों के लिए टिकटों की डिमांड की थी। इस पर भाजपा आलाकमान ने साफ कर दिया था कि किसी भी मौजूदा सांसद, विधायक और अन्य पदाधिकारी के परिजनों को टिकट नहीं दिया जाएगा। वहीं, राव इंद्रजीत अपनी बेटी के लिए टिकट की डिमांड कर रहे थे। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला द्वारा यह घोषणा कर देने पर राव इंद्रजीत को धक्का लगा। तभी से वे अपनी बेटी को टिकट दिलवाने के लिए अड़े हुए हैं।
चर्चा ये भी है कि राव इंद्रजीत ने राज्यसभा सांसद चौधरी बीरेंद्र सिंह का उदाहरण दिया है कि उन्होंने सांसद होते हुए अपने बेटे बिजेंद्र सिंह को टिकट दिलवा दी। उन्होंने केंद्रीय मंत्रीमंडल से इस्तीफा दिया था, ऐसे में इंद्रजीत अपनी बेटी के लिए इस्तीफा देने को तैयार हैं।
पार्टी में यदि राव इंद्रजीत की बेटी को टिकट दी जाती है तो अन्य सांसद, विधायक भी अपने परिजनों के लिए टिकट की डिमांड कर सकते हैं। यदि उन्हें नजरअंदाज कर आरती राव को टिकट दे दी गई तो यह पार्टी के लिए अच्छा नहीं होगा। इससे कहीं न कहीं अन्य नेता व कार्यकर्ताओं में असंतोष की भावना जागेगी। ऐसे में पार्टी द्वारा इस मामले पर निर्णय लेना कड़ी चुनौती से कम नहीं है। बता दें कि आरती राव पिछले काफी समय से रेवाड़ी क्षेत्र में सक्रिय हैं। पिछले दिनों सीएम की जन आशीर्वाद यात्रा में आरती राव ने भी कार्यक्रम लिया था। सीएम के बढ़े कद के बाद राव इंद्रजीत भी उनके कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इंद्रजीत अपनी राजनीतिक विरासत बेटी को सौंपना चाहते हैं। देखना विशेष रहेगा कि वे कितना कामयाब हो पाते हैं।