केंद्रीय सुरक्षा बलों की 130 कंपनियों की निगरानी में 21 अक्टूबर को मतदान होगा !
चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा चुनाव में संवेदनशील एवं अतिसंवेदनशील बूथों पर सुरक्षा बलों का कड़ा पहरा होगा। प्रदेश में केंद्रीय सुरक्षा बलों की 130 कंपनियों की निगरानी में 21 अक्टूबर को मतदान होगा। इसके अतिरिक्त हरियाणा पुलिस के जवान एवं गृह सुरक्षा कर्मी मुस्तैद रहेंगे। केंद्र सरकार की ओर से हरियाणा विधानसभा चुनावों को लेकर अर्धसैनिक बलों की 10 अतिरिक्त कंपनियां आवंटित की गई हैं। लिहाजा अब प्रदेश के पास 130 सुरक्षा बलों की कंपनियां हो गई हैं। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) नवदीप सिंह विर्क ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा विधानसभा चुनाव के लिए सीआरपीएफ और एसएसबी की दो-दो, सीआईएसएफ की एक और कर्नाटक एसएपी/आईआरबी की पांच कंपनी को हरियाणा भेजा गया है। एडीजीपी ने बताया कि पुलिस प्रदेश में संवेदनशील मतदान केंद्रों की बारीकी से निगरानी कर रही है। सुरक्षा इंतजामों का विश्लेषण करने के बाद कंपनियों का जिलावार आवंटित कर दिया गया है। सोनीपत जिले में 10, रोहतक और फरीदाबाद में 9-9, जींद में 8, झज्जर, भिवानी, हिसार, सिरसा और नूंह में 7-7 तथा कैथल और पलवल जिले में 6-6 कंपनी की तैनाती की जाएगी।
एडीजीपी विर्क ने कहा कि पुलिस महानिदेशक की ओर से पहले ही पड़ोसी राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के पुलिस प्रमुखों से मतदान के 72 घंटे पहले अंतरराज्यीय सीमा पर ज्यादा सुरक्षा बलों को तैनात करने बारे अनुरोध किया जा चुका है। हरियाणा पुलिस अंतर-राज्यीय नाकों व चैक-पोस्ट की सीलिंग सुनिश्चित करने के लिए अपने समकक्षों के साथ लगातार तालमेल बनाए हुए हैं। मतदान के दौरान व्यवधान पैदा करने के इरादे से असामाजिक तत्वों द्वारा घुसपैठ की किसी भी कोशिश को नाकाम करने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। एडीजीपी विर्क ने बताया कि हरियाणा पुलिस ने पड़ोसी राज्यों से शराब तस्करी व अन्य प्रकार के पदार्थ की सप्लाई पर अंकुश लगाने के लिए पड़ोसी राज्यों की सीमाओं पर चौकसी बढ़ा दी है। चुनाव से पहले पड़ोसी राज्यों की सीमाओं पर अतिरिक्त नाके लगाने के साथ उन्हें सील किया जाएगा। एक पुलिसकर्मी को भी मतदान के आखिरी 72 घंटों में गैरकानूनी गतिविधियों को रोकने के लिए पड़ोसी राज्यों की पुलिस टीमों के साथ तैनात किया जाएगा।