प्रदूषण की गंभीर समस्या पर सरकार पूर्णतया फेल !

गुरुग्राम (मदन लाहौरिया) 30 नवंबर। हरियाणा प्रदेश में इस वक्त फैले हुए प्रदूषण पर सरकार तो केवल रोजाना तरह तरह के झूठे वायदे कर रही है परंतु प्रदूषण का कोई भी स्थाई समाधान सरकार नहीं निकाल पा रही! हरियाणा सरकार ने पिछले पांच सालों में गुरुग्राम समेत पूरे प्रदेश में कूड़े कर्कट के इतने बड़े पहाड़ खड़े कर दिए कि अब वे कूड़े कर्कट के पहाडऩुमा ढ़ेरों को सरकारी अफसर व कर्मचारी ही अपनी नौकरी बचाने के चक्कर में आग लगवा रहे हैं! पूरे प्रदेश भर में इस वक्त प्रदूषण सभी प्रकार के कूड़े कचरे को जलाने से फैला हुआ है और सरकार व उस के अफसर कूड़े कर्कट के प्रबंधन की कमियों को छिपाने के लिए प्रदूषण का आरोप दूसरे पद्धार्थों से फैलने का लगा रहे हैं जब कि सैकड़ों बार कूड़े कर्कट को जलाये जाने की फोटो सभी पत्रकार खुलेआम अख़बारों में छाप चुके हैं! पराली के जलाये जाने की किसी भी अफसरों के द्वारा खींची हुई फोटो अभी तक किसी भी अख़बार में देखने को नहीं मिली! प्रदूषण के धुंए की सेटलाइट के द्वारा खींची गई फोटो ही छपी है और उस में पराली जलते हुए नजर नहीं आती! प्रदूषण की समस्या पर हरियाणा सरकार कोई भी जवाब नहीं दे पा रही!
भाजपा सरकार के केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक बयान में कहा है कि प्रदूषण की गंभीर समस्या पर केंद्र सरकार चिंतित है और दूसरी तरफ भाजपा सरकार के ही केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने एक बयान दिया कि सिर्फ योजनाओं से ही प्रदूषण पर नकेल संभव नहीं व इस के लिए जनांदोलन की भी जरूरत! तीसरी तरफ हरियाणा की भाजपा सरकार प्रदूषण की समस्या के समाधान पर आज तक कोरा ड्रामा कर रही है! हरियाणा सरकार की लापरवाहियों की वजह से ही गुरुग्राम में आज तक भी कूड़ा कर्कट जला कर प्रशासन की आँखों के सामने प्रदूषण फैलाया जा रहा है और प्रशासन हाथ पे हाथ धरे बैठा है!
गुरुग्राम के सेक्टर 23 ए के 6 एकड़ के खाली पड़े सरकारी प्लाट में बनाये हुए डंपिंग स्टेशन पर पड़े हुए कूड़े कर्कट के बड़े बड़े ढ़ेरों को निगम के कर्मचारियों ने ही आग लगा दी और इस आग के धुंए से जबरदस्त जहरीला प्रदूषण फैला और सेक्टर 23 ए के नागरिकों का साँस लेना दूभर हो गया! इस विषय में जब सेक्टर 23 ए के कर्मठ कार्यकर्ता भवानीशंकर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इन कूड़े के ढ़ेरों में आग लगी हुई उन्होंने देखी तो नगर निगम को सूचित किया! आगे उन्होंने शंका जाहिर करते हुए कहा कि यहां पर पड़े हुए विशाल कूड़े के ढ़ेरों को आनन फानन में निगम के कर्मचारियों के द्वारा ही आग लगवाई हो सकती है क्यों कि इतनी बड़ी तादाद में पड़े हुए कूड़े को उठाने की समस्या को देखते हुए ही निगम के द्वारा जलवाया गया! सूत्रों के हवाले से यह कूड़ा इस लिए भी निगम के द्वारा ही जलवाया हो सकता है कि निगम में सरकार के द्वारा गुरुग्राम के कई नकली सफाई अभियान में अपना नाम चमकाने के लिए लगे हुए लोगों व संस्थाओं को स्वच्छ्ता के सर्टिफिकेट दिए गए व सम्मानित किया गया! इस झूठे स्वच्छ्ता सम्मान की कहीं पोल ना खुल जाये इसी वजह से सेक्टर 23 ए के डंपिंग स्टेशन पर पड़े हुए कूड़े के विशाल ढ़ेरों को आग लगवा कर बड़ा भारी प्रदूषण फैलाया गया! इस बात से साबित होता है कि हरियाणा सरकार प्रदूषण खत्म करने की बजाय खुद ही प्रदूषण बढ़ा रही है और दोष दूसरों पर लगा रही है! इन कारणों के चलते प्रदूषण की गंभीर समस्या के समाधान निकालने के विषय पर हरियाणा सरकार पूर्णतया फेल है!