लाचार रेहड़ी पटरी वाले हुए बेघर !
गुरुग्राम (मदन लाहौरिया) 25 सितंबर। किसी भी बड़े शहर में रेहड़ी पटरी वाले लाइफ लाइन होते हैं! ये दैनिक आवश्यकता पूरी करने में मददगार होते हैं! यदि रेहड़ी पटरी वालों को उनके स्थान से हटाकर बगैर सुविधा दिए बेघर कर दिया जाए तो उन रेहड़ी पटरी वालों का रोजगार ही खत्म हो जाता है!
ऐसा ही एक मामला गुरुग्राम में आया है! गुरुग्राम के दिल्ली रोड़ आईडीपीेएल कंपनी के बाहर फुटपाथ के पीछे लगी हुई 24 रेहडिय़ों को बगैर कोई सुविधा दिए बेघर कर दिया गया! इन रेहड़ी वालों को यहाँ से हटाकर सैक्टर 22 की मेन मार्केट के सामने व रोटरी पब्लिक स्कूल के आगे बगैर कोई सुविधा दिए खड़ा कर दिया गया है! इन रेहड़ी वालों को कोई भी सोलर लाईट की सुविधा नहीं दी गई! यहाँ पर आसपास काफी अँधेरा रहता है जिस वजह से इन रेहड़ी वालों की अंधेरे में सामान की बिक्री नहीं हो पाती! यहाँ पर पीने के पानी का कोई भी सार्वजनिक नल नहीं है जिससे इन बेचारे रेहड़ी वालों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है! यहाँ पर शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं है और सफाई व्यवस्था भी सुचारु रूप से नहीं है!
द्रोण रेहड़ी पटरी फेरी कमेटी के महासचिव राजेंद्र सिंह सिरोहा से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने बताया कि गुरुग्राम में अभी तक कोई भी व्यवस्थित रूप से रेहड़ी पटरी मार्केट नहीं बनाई गई! अतुल कटारिया चौक से पालम मोड़ तक की सडक़ पर जो रेहड़ी नगर निगम के द्वारा बनवा कर महंगे दामों पर लगभग एक से डेढ़ लाख रूपये की कीमत में गरीब रेहड़ी वालों को दी है, उन रेहडिय़ों को खड़ा करने के कोई भी सुव्यवस्थित इंतजाम प्रशासन द्वारा नहीं किये गये! दिल्ली रोड़ सैक्टर 14 की हुड्डा मार्केट के आसपास भी जो रेहडिय़ां खड़ी हैं उनको भी कोई सुविधा नहीं दी गई!
रेहड़ी वालों का कहना है कि गुरुग्राम में एक सुव्यवस्थित रेहड़ी पटरी मार्केट बनाई जाये ताकि रेहड़ी पटरी वालों को रोजाना पुलिस प्रशासन की वजह से तंग ना होना पड़े क्यों कि रेहड़ी पटरी यदि किसी बगैर व्यवस्था के सडक़ पर लगती है तो ट्रैफिक की व्यवस्था भंग होती है! इसलिए गुरुग्राम में एक सुव्यवस्थित रेहड़ी पटरी मार्केट की अत्यंत आवश्यकता है!