सम्पूर्ण क्रान्ति के जनक थे भारत रत्न लोक नायक जयप्रकाश नारायण : डॉ० आर एन सिंह

फरीदाबाद। तिकोना पार्क स्थित कार्यालय में यमुना रक्षक दल ने सम्पूर्ण क्रान्ति के जनक भारत रत्न लोक नायक जयप्रकाश नारायण की जयन्ती का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की गयी साथ हीं उनके जीवन दर्शन पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। “सम्पूर्ण क्रान्ति” सम्मान से अलंकृत यमुना रक्षक दल के राष्ट्रीय संगठन मंत्री डॉ० आर एन सिंह ने कहा कि भारत रत्न लोक नायक जयप्रकाश नारायण सम्पूर्ण क्रान्ति के जनक थे। स्वतंत्रता संग्राम में वे डॉ० राजेन्द्र प्रसाद, पं० जवाहर लाल नेहरू तथा महात्मा गाँधी के साथ मिलकर अग्रणी भूमिका में रहे। इस दौरान उन्हें कई बार जेल भी जाना पड़ा।
डॉ० आर एन सिंह ने कहा कि लोक नायक जयप्रकाश नारायण इंदिरा गाँधी की प्रशासनिक नीतियों के विरुद्ध थे। उनका मानना था कि भ्रष्टाचार वर्तमान व्यवस्था की हीं उपज है तथा यह तभी दूर हो सकती है जब सम्पूर्ण व्यवस्था बदल दी जाए और सम्पूर्ण व्यवस्था के परिवर्तन के लिए सम्पूर्ण क्रान्ति आवश्यक है। उनके सम्पूर्ण क्रांति में सात क्रांतियाँ शामिल थीं राजनैतिक, आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, बौद्धिक, शैक्षणिक व आध्यात्मिक क्रांति। उनके सम्पूर्ण क्रांति ने केन्द्र की कांग्रेस सरकार को उखाड़ फेंका था।
अंतर्राष्ट्रीय रौनियार वैश्य फेडरेशन के कार्यकारी अध्यक्ष प्रदीप गुप्ता ने यमुना रक्षक दल द्वारा आयोजित कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन से राष्ट्रप्रेम की भावना जागृत होती है। इस अवसर पर अंतर्राष्ट्रीय रौनियार वैश्य फेडरेशन के कार्यकारी अध्यक्ष प्रदीप गुप्ता, शरीफ आज़म, सामूहिक पूर्वांचल सभा के अध्यक्ष राज नाथ सिंह, जैन समाज के प्रतिनिधि संजय जैन, राघव त्रिपाठी, राकेश तिवारी, राजीव कुमार आदि गणमान्य लोग विशेष रूप से उपस्थित थे।