हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गुरुग्राम मेट्रो फेज़-1 की आधारशिला रखी; रियल एस्टेट बाजार में विकास की उम्मीद

गुरुग्राम : हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने गुरुग्राम मेट्रो के पहले चरण की आधारशिला रखी। श्री सैनी ने गुरुग्राम विश्वविद्यालय के सभागार में संबोधित करते हुए कहा कि मेट्रो रेल परियोजना शहर में जाम और प्रदूषण को कम करेगी। उन्होंने इसे एक ऐतिहासिक दिन बताया और कहा कि यह परियोजना गुरुग्राम के परिवहन ढांचे को बदलते हुए एनसीआर में कनेक्टिविटी को मजबूत बनाएगी।

गुरुग्राम की बहुप्रतीक्षित आधारभूत संरचना परियोजना का पहला चरण 15.22 किलोमीटर लंबे मेट्रो रेल वायाडक्ट के निर्माण को शामिल करता है। 28.5 किलोमीटर लंबे इस फेज़ में मेट्रो मिलेनियम सिटी सेंटर से सेक्टर 101 तक जाएगी और रास्ते में 13 अन्य स्टेशनों से होकर गुज़रेगी।

अवसर पर बोलते हुए केंद्रीय शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि इस परियोजना पर लगभग 5,600 करोड़ रुपये की लागत आएगी और यह गुरुग्राम, मानेसर और फरीदाबाद के तीव्र विकास को सुनिश्चित करेगी।

“गुरुग्राम मेट्रो विस्तार परियोजना केवल यातायात सुविधा का विस्तार नहीं बल्कि गुरुग्राम के समग्र विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा। इससे शहर की आर्थिक, सामाजिक और औद्योगिक प्रगति को नई गति मिलेगी,” केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ‘एक्स’ पर लिखते हुए कहा।

सिग्नेचर ग्लोबल (इंडिया) लिमिटेड के संस्थापक एवं चेयरमैन प्रदीप अग्रवाल ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, “गुरुग्राम मेट्रो विस्तार परियोजना की आधारशिला शहर की विकास यात्रा में एक ऐतिहासिक क्षण है। मेट्रो कनेक्टिविटी किसी भी आधुनिक शहरी ढांचे की रीढ़ होती है, और यह 15 किलोमीटर तक फैला विस्तार—15 नए स्टेशनों के साथ—आवागमन को आसान बनाएगा, ट्रैफिक को कम करेगा और व्यापार व नागरिकों दोनों के लिए नए अवसर खोलेगा।”

उन्होंने आगे कहा, “द्वारका एक्सप्रेसवे, सदर्न पेरिफेरल रोड और सोहना एलिवेटेड कॉरिडोर जैसे परिवर्तनकारी ढांचागत प्रोजेक्ट्स के साथ मिलकर यह विकास गुरुग्राम को एक निर्बाध रूप से जुड़ा हुआ शहरी केंद्र बनाएगा। ये सभी प्रोजेक्ट्स न केवल एसपीआर और द्वारका एक्सप्रेसवे की रियल एस्टेट क्षमता को बढ़ा रहे हैं बल्कि संतुलित, सतत और समावेशी शहरी विकास की नींव भी रख रहे हैं।”

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!