साइबर पुलिस ने इस सप्ताह 28 जून से 04 जुलाई 2024 तक साइबर अपराध के 8 मुकदमों में 32 आरोपी गिरफ्तार कर 21,55,600/- रुपए कराए बरामद

337 शिकायतों का निस्तारण करते हुए 1,90,800/- रुपए रिफंड व 7,36,379/- रुपए बैंक खातों में कराए सीज

फरीदाबाद : पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य के दिशा निर्देश पर पुलिस उपायुक्त साइबर अपराध जसलीन कौर के मार्गदर्शन और एसीपी साइबर क्राइम अभिमन्यु गोयत के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए तीनों जोन की साइबर थाना प्रभारीयो की टीमो के द्वारा कार्रवाई करते हुए 32 आरोपियो को गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तार आरोपियो में आशीष, हिमांशु, शाहरुख आलम, शेखर आनन्द, चांदनी कुमारी, अंजली, काजल, क्रांति, सपना, अर्चना, अंजली, स्नेहा, वैशाली कुमारी, कोमल, मनीषा कुमारी, नेहा, सिंह,सलमा, अंकिता, आशीष, पवन उर्फ पप्पु, गोल्डी उर्फ प्रिंस, सागिर अली, सलमान अली, संदीप, संतोष सिंह, रनजीत कुमार, वन्दना, मनदीप, मुकेश कुमार, प्रितेश कुमार, शशांक मोहन और संजीव कुमार का नाम शामिल है जिन्हें दिल्ली एनसीआर, यूपी इत्यादि स्थानों से गिरफ्तार किया गया है।

आजकल जब भी हम इंटरनेट पर किसी वेबसाइट को खोलते हैं तो वहां पर ऑनलाइन जॉब से संबंधित बहुत सारे विज्ञापन दिखाई देते हैं जिसमें प्रति महीने 50 से 60 हजार रूपए मात्र 3 या 4 घंटे का काम रोजाना करके कमाने का लालच दिया जाता है। इस प्रकार के विज्ञापन आमजन को लुभाने के लिए दिया जाते हैं ताकि रोजगार की तलाश में व्यक्ति उनसे संपर्क करें और वह सुनहरी नौकरी का लालच देकर उनसे पैसे ऐंठ सकें। कुछ आरोपी शेयर मार्किट में पैसे लगाकर मोटे मुनाफे की गारंटी देते है और फर्जी एप के माध्यम से पैसे लगवा देते है, जिस एप में शेयर डाउन ही नही होता और पीडित अधिक पैसे लगा ता जाता है जब पीडित पैसे निकालता है तो पैसे निकलते ही नही है। जब पीडित को समझ आता है जब तक उसके साथ फ्रॉड हो चुका होता है। कुछ सरकारी नौकरी और अच्छी कम्पनी में नौकरी के नाम पर भी ठगी करते है। साइबर ठगी के लिए साइबर अपराधी लोगों को विभिन्न प्रकार से लालच देते हैं, जिनमें से कुछ बडे़ प्रकार टेलीग्राम टास्क फ्रॉड, इन्वेस्टमेंट फ्रॉड, कस्टमर केयर अधिकारी बनकर फ्रॉड, लोन फ्रॉड, अश्लील वीडियों बनाकर ब्लैकमेल करके, QR, UPI ,लोगों के खाते में बहाने से पैसे डलवाने का लालच देना, बैक अधिकारी बनकर ओटीपी प्राप्त करना प्रमुख है।

साइबर अपराध के तरीके व बचाव :-

शेयर मार्किट इंवेस्मेंट फ्रॉड-

साइबर अपराधी सोशल मीडिया या अन्य माध्यमों से लोगों से संपर्क करते हैं और आमजन को शेयर मार्केट में पैसे लगाकर मोटा मुनाफा कमाने का लालच देते हैं। पैसों के लालच में व्यक्ति उनकी बातों में आ जाता है और इसके बाद साइबर अपराधी इनसे शेयर मार्केट में पैसे इन्वेस्ट करवाते हैं। साइबर अपराधी पहले छोटी-छोटी राशि निवेश करवाते हैं और उसपर थोड़ा बहुत मुनाफा दे देते हैं जिससे उसे व्यक्ति को विश्वास हो जाता है कि यह है एक अच्छा इन्वेस्टमेंट प्लान है। इसके पश्चात साइबर अपराधी उससे और ज्यादा पैसे लगाने के लिए कहते हैं और आप अपनी सारी धनराशि इन साइबर अपराधियों द्वारा बताए गए तरीके से इन्वेस्ट करते हैं और जैसे ही साइबर अपराधियों तक पैसा पहुंचता है तो वह अपना नंबर बंद करके फरार हो जाते हैं और आप साइबर अपराध का शिकार हो जाते हैं। यदि आपके पास भी इस प्रकार का कोई मैसेज या फोन आता है और शेयर मार्केट में ज्यादा पैसे निवेश करके ज्यादा पैसे कमाने का लालच देता है तो वह साइबर अपराधी हो सकता है और आपको आर्थिक नुकसान पहुंचा सकता है। कहीं भी पैसे इन्वेस्ट करने से पहले अच्छे से जांच कर ले कि कहीं वह कोई साइबर अपराधी तो नहीं।

साइबर पुलिस की उपलब्धियाँ:-

साइबर पुलिस ने इस सप्ताह 28 जून से 04 जुलाई 2024 तक साइबर अपराध के 8 मुकदमों में 32 आरोपी गिरफ्तार कर 21,55,600/- रुपए कराए बरामद

04 मामले साइबर एनआईटी 01 साइबर सेंट्रल तथा 03 मामला साइबर बल्लबगढ़ ने सुलझाया,

337 शिकायतों का निस्तारण करते हुए 1,90,800/- रुपए रिफंड व 7,36,379/- रुपए बैंक खातों में कराए सीज

यदि कोई भी संस्था साईबर जागरूकता से सम्बंधित प्रोग्राम/प्रशिक्षण करवाना चाहता है तो मोबाईल नम्बर 9991252353 पर सम्पर्क करें (सहायक पुलिस आयुक्त साईबर, फरीदाबाद)

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