अबकी बार असली चाबी जनता के हाथ
गुरुग्राम (मदन लाहौरिया) 16 नवंबर। हरियाणा की सत्ता के सिंहासन की लड़ाई में सत्तासीन भाजपा की पिछली बार से 7 सीटें कम रही है व भाजपा का बहुमत नहीं आ सका! 75 पार का मारने वाली भाजपा के अहम व घमंड भरे व्यवहार के कारण जनता में भाजपा के विरुद्ध विचार बन चुके थे परंतु विपक्ष कमजोर होने की वजह से भाजपा को 40 सीटें मिल गई वरना भाजपा को ये 40 सीटें भी नहीं मिलनी थी! पिछले पांच वर्षों के अपने राज्यकाल में भाजपा ने हरियाणा में केवल झूठी घोषणाओं से जनता को मूर्ख बनाया! इस बात का पुख्ता उदाहरण तो हरियाणा के गुरुग्राम शहर के फर्जी तौर पर किये गये विकास की की योजनाओं की पोल खुलने से मिल जाता है! जो गुरुग्राम शहर हरियाणा में सबसे ज्यादा राजस्व देता है उस शहर की स्थिति बदतर से बदतर हो गई है! गुरुग्राम की सफाई व्यवस्था, बिजली पानी की खराब हालात, शिक्षा व मैडिकल सुविधाएं सबसे ज्यादा महंगी, सरकारी अस्पतालों में सुविधाएं ना मिलना व जर्जर स्थिति, गुरुग्राम के बस अड्डे की हालात जर्जर अवस्था में होना व अपराध गुरुग्राम व फरीदाबाद में नंबर वन पर होना तथा गुरुग्राम, फरीदाबाद और पानीपत की हजारों फैक्ट्रियां बंदी के कगार पर एवं कर्मचारियों की बेरोजगारी व व्यापारियों के व्यापार मंदी इत्यादि के मुद्दे हरियाणा की सत्ता के सिंहासन पर दोबारा से जजपा के साथ बैठने वाली भाजपा सरकार के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती देने वाले बनेगें!
पिछले पांच वर्षों की भाजपा की कार्यशैली से जनता बेहद निराश है! पूर्ण बहुमत ना आने की स्थिति में भाजपा ने दुष्यंत चौटाला की पार्टी जजपा के साथ मिलकर सरकार बनाई व दो सप्ताह के बाद मंत्रीमंडल का विस्तार हो पाया! खट्टर कैबिनेट में दस मंत्री शामिल किये गये जिसमें भाजपा के आठ, एक निर्दलीय व एक जजपा पार्टी का मंत्री लिया गया! सरकार में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला सहित मंत्रियों की संख्या बारह हो गई है! जिसमें छह कैबिनेट मंत्री व चार राज्य मंत्री है!
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने वित्त मंत्रालय अपने पास रखा है व पिछली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे अनिल विज का कद बढ़ाया गया है! उन्हें स्वास्थ्य के साथ साथ गृह विभाग व स्थानीय निकाय जैसे महत्वपूर्ण विभाग भी दिये गये हैं! कुल 90 सदस्यों वाली हरियाणा विधानसभा में सीएम सहित कुल 14 मंत्री बन सकते हैं! अभी यह संख्या 12 हो गई है! अब कैबिनेट में दो ही मंत्रियों की जगह खाली है! इन दो खाली पदों पर इस गठबंधन सरकार में किस पार्टी के विधायक मंत्री बन सकते हैं ये तो समय ही बतायेगा! वैसे समय ने एक बात तो मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को अभी ही बता दी है कि अबकी बार हरियाणा में जनता को बुनियादी सुविधाएं देनी पड़ेंगी वरना जनता सडक़ों पर उतरेगी! अनिल विज के लिए एक बहुत बड़ी चुनौती हरियाणा में पुलिस विभाग की कार्यशैली व नगर निगमों की कार्यशैली तथा सरकारी अस्पतालों की दुर्दशा को सुधारने के लिए होगी क्योंकि पिछले पांच वर्षों में इन सभी विभागों में कोई भी सुधार नहीं हुआ!
गुरुग्राम के डीएलएफ फेस 1 के निवासी व समाजसेवी सुशील शर्मा से जब बात की गई तो उन्होंने तीखी प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि सफाई के मामले में तो गुरुग्राम एक नरकमय नगरी बन गया है व साथ में ही अपराध की बहुत बड़ी नगरी है! उन्होंने बताया कि पिछले पांच वर्षों में भाजपा सरकार ने यहां से केवल धन लूटा ही लूटा है परंतु कोई विकास कार्य नहीं किये! सेक्टरों में सीवरेज व ड्रेनेज सिस्टम चौपट हो चुका है! कूड़े कर्कट को उठाने की व्यवस्था पूर्णतया फेल है! सुशील शर्मा ने आगे कहा कि गुरुग्राम की पुलिस नाजायज रूप से चालान के नाम पर लोगों को तंग करते हुए भारी रिश्वत लेती है! इसी प्रकार से गुरुग्राम की तहसील व नगर निगम में भारी रिश्वत का बोलबाला है! उन्होंने कहा कि इस वर्तमान सरकार ने यदि गुरुग्राम में सिस्टम को नहीं सुधारा तो अबकी बार सरकार को सुधारने की असली चाबी जनता के हाथ होगी!