जीवन में 5 मुख्य बुराईयों काम, क्रोध, मद, मोह एवं लोभ को दूर करना चाहिए : शर्मा

फरीदाबाद : विजय दशमी तथा साई बाबा की पुण्य तिथि के पावन अवसर पर साई धाम, तिगांव रोड, फरीदाबाद में आर के शर्मा द्वारा सुन्दर व भावुक भजनों की प्रस्तुति की गई तथा आये हुए सभी भक्तजनों में भंडारा प्रसाद वितरण किया गया। आर के शर्मा ने कहा कि विजयादशमी पर्व बुराईयों पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। इसलिए विजयादशमी पर्व पर हमें जीवन में 5 मुख्य बुराईयों काम, क्रोध, मद, मोह एवं लोभ को दूर करना चाहिए। इनसे निवृत्ति के लिए हमें प्रयास आरंभ कर देना चाहिए, यही विजयादशमी का सिम्बोलिक नियम है। कार्यक्रम जे के शर्मा द्वारा स्पोन्सर किया गया। डा. मोतीलाल गुप्ता, संस्थापक साई धाम ने सभी भक्तों को विजय दशमी की शुभकामनाऐं दी तथा सहयोग की सराहना की।

उन्होंने भक्तों को बताया कि भारत में ६०-८० प्रतिशत निवासी इतने गरीब और असहाय हैं कि उनके पास तन ढकने के लिए उचित कपड़े भी नहीं हैं। साई धाम, तिगांव रोड, फ रीदाबाद ने एक अभियान चलाया है जिसके अन्र्तगत प्रयोग करने लायक पुराने कपड़ों को एकत्रित कर छटाई, धुलाई, वॉशिंग व प्रैसिांग के बाद बॉक्स में पैकिंग कर के ट्रकों द्वारा देश के अनेक राज्यों में गरीबों में वितरण करने के लिए भेजे जाते है। पुराने कपड़े एवं फ टे कपड़ों से काट-छांट कर सैनेट्री पैड बनाकर भी भेजे जाते हैं। इस कार्य के  लिए साई धाम में अलग से एक डिपार्टमेंट शुरू किया गया है।  इस डिपार्टमेंट में काफ ी महिलाओं को रोजगार दिया गया है। अब तक एक-एक ट्रक कपड़े हिमाचल प्रदेश, बुन्देलखण्ड व झारखण्ड भेजे जा चुके हैं। अगला ट्रक शीघ्र ही तैयार करके ओड़ीसा भेजा जाएगा। गुप्ता जी ने अनुरोध किया कि अपने पुराने कपड़े हमें देने की कृ पा करें ताकि उनका उचित प्रयोग हो सके और जरूरतमन्द गरीबों को तन ढकने के लिए वस्त्र  दिये जा  सकें। अस्पताल व होटल प्रबंधकों से निवेदन किया कि वे अपना पुराना लीनेन, पर्दे, अपहोल्स्ट्री, क्र ोकरी इत्यादि हमें देने की कृ पा करें और एक्पोर्ट हाऊस रिजक्ट गारमेन्ट, रिजक्ट कपड़ा, बचा हुआ कट पीस भी हमें इस कार्य हेतु देने की कृ पा करें।

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