राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद में न्यायालय का फैसला आज

नयी दिल्ली 9 नवंबर। उच्चतम न्यायालय राजनीतिक दृष्टि से संवेदनशील राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले में आज फैसला सुनायेगा। प्रधान न्यायासधीश रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति एस ए बोबडे, न्यायमूर्ति धनन्जय वाई चन्द्रचूड़ , न्यायमूर्ति अशोक भूषण और न्यायमूर्ति एस अब्दुल नजीर की पांच सदस्यीय संविधान पीठ शनिवार की सुबह साढ़े दस बजे यह फैसला सुनायेगी। संविधान पीठ ने 16 अक्ट्रबर को इस मामले की सुनवाई पूरी की थी। पीठ ने 6 अगस्त से लगातार 40 दिन इस मामले में सुनवाई की।

अयोध्या मामले में आ रहे फैसले को देखते हुए दिल्ली में रात से हाई अलर्ट जारी कर दिया गया। सभी पुलिसकर्मियों को अलर्ट व मुस्तैद रहने के सख्त आदेश दिए गए हैं। संवेदनशील इलाके में विशेष नजर व अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया जाएगा। सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर विशेष नजर रखी जाएगी।  पुलिस ने लोगों को सलाह दी है कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म का विवेक से इस्तेमाल करें। धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने वाले व असत्यापित पोस्ट को आगे न भेजें। दिल्ली पुलिस को आशंका है कि शरारती तत्व धार्मिक सौहार्द को बिगाड़ सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। वहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। 

दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जब यह सूचना मिली कि अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट आज फैसला सुनाएगी तो दिल्ली में उसके कुछ समय बाद हाई अलर्ट जारी कर दिया गया। दिल्ली पुलिस मुख्यालय से सभी जिला डीसीपी को फोन कर सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने को कहा गया। 

पुलिस मुख्यालय से दिए निर्देशों में कहा गया है कि संवेदनशील इलाकों में विशेष सुरक्षा व्यवस्था की जाए। हर थाने में रिजर्व फोर्स रखी जाए जिसका जरूरत पड़ने पर इस्तेमाल किया जा सके। जिला पुलिस अमन कमेटियों के संपर्क में रहेगी और लगातार उनसे बात करेगी। पुलिस मुख्यालय ने यह भी कहा है कि सभी जिला डीसीपी फायर विभाग से तालमेल बनाकर रखेंगे। सुबह आठ बजे से पुलिसकर्मी तैनात हो गए। जिला के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी खुद गश्त करेंगे। सूचना के लिए वह स्थानीय लोगों के संपर्क में रहेंगे।

दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त जन संपर्क अधिकारी अनिल मित्तल ने बताया कि पर्याप्त पुलिस बल जुटाया जा रहा है। दिल्ली पुलिस ने गृह मंत्रालय से अतिरिक्त अर्द्ध सैनिक बल की कंपनियां मांगी हैं। दिल्ली पुलिस शरारती गतिविधियों में लिप्त पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। सोशल मीडिया पर विशेष नजर रखी जाएगी। पुलिस ने लोगों को सोशल मीडिया का समझदारी से इस्तेमाल करने की सलाह दी है। संवेदशील जाफराबाद, हौजकाजी, पुरानी दिल्ली, जामा मजिस्द, ओखला, जामिया, सीलमपुर, त्रिलोकपुरी आदि इलाकों में विशेष नजर रखी जाएगी। वर्ष 1992 में हौजकाजी इलाके में सांप्रदायिक तनाव फैल गया था और मंदिर में तोडफ़ोड़ की गई थी। इसे ध्यान में रखते हुए हौजकाजी में विशेष नजर रखी जाएगी।

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