सरकार व अधिकारियों की लापरवाही के चलते लगे शहर में कूड़े कर्कट के ढेर
गुरुग्राम (मदन लाहौरिया) 15 नवंबर। हरियाणा के साइबर सिटी गुरुग्राम में नगर निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों की कूड़े कर्कट को उठाने के लिए लापरवाही इस चरम सीमा तक पहुंच गई कि नगर निगम के 58 कर्मचारी लापरवाही बरतने के आरोपों में हटाने पड़े! ये कर्मचारी आउटसोर्स पर अस्थाई रूप से रखे हुए थे! काफी सालों से इन्हे पक्का नहीं किया जा रहा था और सरकार व इन कर्मचारियों में खींचातानी चलती रहती थी जिस वजह से गुरुग्राम के लोगों को कूड़े कर्कट की समस्या को लंबे समय से झेलना पड़ा! ‘‘जनता की आवाज’’ न्यूज पोर्टल के पिछले एक महिने से कूड़े कर्कट की समस्या के खिलाफ चल रहे अभियान की वजह से सरकार व नगर निगम की आँखे खुली और गुरुग्राम शहर की नरकमय स्थिति का सुधार करने की बात अधिकारियों के दिमाग में बैठी! इसी कार्यवाही के चलते प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने भी सख्ती करनी शुरू कर दी! नगर निगम गुरुग्राम के 4 ज्वाइंट कमिश्नर व 2 चीफ इंजीनियरों को प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से कारण बताओ नोटिस जारी किया जा चुका है! नगर निगम के अधिकारियों व कर्मचारियों में तालमेल की कमी की वजह से व ईको ग्रीन कंपनी की लापरवाहियों की वजह से गुरुग्राम शहर की कालोनियों और सेक्टरों में खाली पड़े प्लाटों,पार्कों व ग्रीन बेल्ट आदि में कूड़ा कर्कट महीनों महीनों तक पड़ा रहता है और वहां पर बड़ी भारी दुर्गंध फैली रहती है!
गुरुग्राम के सेक्टर 29 स्थित लेजर वैली पार्क के पास, डूंडाहेड़ा, जेल चौक, पटेल नगर, सदर बाजार इलाका, जैकबपुरा, सुखराली, सेक्टर 17, सेक्टर 5, पालम विहार, ज्योति पार्क व राजेंद्र पार्क आदि स्थानों पर कूड़े कर्कट के ढेर लगे रहते हैं! नये गुरुग्राम की सोसाइटियों के आस पास भी कूड़े कर्कट के ढेर बहुतायत में दिखने को मिलते हैं! इन सोसाइटियों में सीवर ट्रीटमेंट प्लांट लगाए जाने की रिपोर्ट पर भी सर्वे का काम शुरू होगा! केंद्रिय प्रदूषण बोर्ड ने सोसाइटियों की आने वाली शिकायतों पर भी कार्यवाही करवाने की योजना अमल में लाने का सोचा है! नये गुरुग्राम में जहां तक डीएलएफ एरिया के विकास की बात करें तो वहां पर भी परिणाम जीरो स्तर के नजर आते हैं! डीएलएफ के कुछ इलाके नगर निगम के अंतर्गत दिए गये! इस बात पर भी एक चर्चा उभर कर आई कि गुरुग्राम की सफाई व्यवस्था को चौपट करने में सरकार व अधिकारियों के द्वारा बार बार योजना को बदल देना व अलग अलग विभागों की जिम्मेवारी सफाई व्यवस्था में लगा देने की भी बड़ी भूमिका है!
गुरुग्राम के अतुल कटारिया चौक से घोड़ा चौक के रास्ते के बीच में स्थित गुरु नानक टायर नामक दुकानदार ने अपनी दुकान के आगे ही डांट लगा दी व आग बुझाने के लिए मना कर दिया! दूसरी तरफ गुरुग्राम के सिकंदरपुर स्थित मार्किट के पास काफी बड़े कूड़े कर्कट का ढेर कई महीनों से लगा रहता है! इस मार्किट में हार्डवेयर के सामान की काफी दुकानें हैं!
गोल्फ कोर्स रोड़ की निवासी महिला नीना गुप्ता इस मार्किट में अपने घर के लिए कुछ सामान लेने जब आई तो इस कूड़े कर्कट की फोटो खींच कर उन्होंने भेजी व बताया कि इस मार्किट में कई महीनों से यह कूड़ा कर्कट पड़ा हुआ है व प्रशासन की लापरवाही के चलते इस इलाके में काफी दुर्गंध फैली रहती है! ये दोनों तस्वीरें गुरुग्राम शहर के प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही की पोल खोलती है!