स्वर्णजंयती समारोह 15 नवंबर को धूमधाम से मनाया जाऐगा !

फरीदाबाद। फरीदाबाद के एन.आईटी स्थित आर्य समाज नेहरू ग्राउंड में के. एल. महता दयानंद सीनियर सैकेंडरी स्कूल नं. 1 द्वारा आज दिनांक 12 नवंबर 2019 को एक प्रैसवार्ता का आयोजन किया गया। यह प्रैसवार्ता उक्त स्कूल के वार्षिक उत्सव व 50 वर्ष पूरे होने पर स्वर्णजंयती समारोह को लेकर की गई। इस पै्रसवार्ता को स्कूल की प्रधानाचार्य डॉ. गीता यादव व नीलम कालिया ने संबोधित किया। पै्रसवार्ता में समारोह की तैयारी को लेकर स्कूल की श्रीमति यादव ने बताया कि स्कूल के वार्षिक उत्सव व 50 वर्ष पूरे होने पर 15 नवंबर 2019 को एक स्वर्णजंयती समारोह आयोजित किया जा रहा है। इस समारोह को महर्षि दयानंद शिक्षण संस्थान’ के प्रधान आनंद महता बने के कुशल नेतृत्व में बड़ी धूमधाम से मनाया जाऐगा।

उन्होंने आगे बताया कि समारोह में फरीदाबाद की निगमायुक्त सोनल गोयल को मुख्य अतिथि के तौर पर इस समारोह में शिरकत करेंगी इसके अलावा शहर के शिक्षाविद्, उद्योगजगत व समाजसेवी भी इस समारोह का हिसा बनेगे। उन्होंने बताया कि समारोह को बड़े भव्य तरीके से मनाया जाएगा। समारोह में महर्षि स्वामी दयानंद एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विचारों से प्रेरित होकर ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ आंदोलन का प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है। सभी स्कूलों में ‘स्वच्छता आंदोलन‘ की मुहिम को और अधिक सफल बनाने के लिए विद्यार्थी और उनके अभिभावकों को समय-समय पर सचेत किया जाता रहा है। इस आयोजन को हमने ‘प्लास्टिक,पॉलिथीन मुक्त’  रखा है जो कि इस समाज को एक उदाहरण होगा। यह स्वर्ण जयंती वर्ष हमारे लिए एक गर्व का अवसर है और एक बड़ा अनुभव भी है। यह स्वर्णजंयती समारोह ‘महर्षि दयानंद शिक्षण संस्थान’ से जुड़े सभी स्कूलों व महिला कॉलेज में के प्रधान आनंद महता के मागदर्शन में पूरे साल अलग-अलग तिथियों में आयोजित किया जाऐगा। नीलम कालिया ने स्कल की स्थापना को लेकर बताया कि महात्मा स्व: श्री कन्हैया लाल महता ने अप्रैल 1969 को फरीदाबाद में आर्य समाज नेहरू ग्राउंड में मात्र एक बालक से विद्यालय की स्थापना की।

वर्तमान समय में इस ‘महर्षि दयानंद शिक्षण संस्थान’ के ध्वज तले आज 16 विद्यालय हैं, जहां की प्रार्थना सभा में प्रतिदिन गायत्री एवं संघ्या मंत्रों की वैदिक ध्वनि गुंजरित होती है, कक्षाओं द्वारा नियमित रूप से योग हवन होते हैं यहां पढऩे वाले विद्यार्थियों को आधुनिक तकनीकी शिक्षा के साथ-साथ नैतिक चरित्र-निर्माण की शिक्षा भी दी जाती है। आधुनिकता और वैदिक मूल्यों का अनूठा संगम इन के.एल. महता दयानंद पब्लिक विद्यालयों का चरित्र है। विद्यालयों के साथ-साथ इस नगर में एक महर्षि दयानंद महिला महाविद्यालय भी उस महान मनीषी के स्वप्नों की गौरव गाथा के रूप में प्रत्यक्ष विद्यमान है। श्री महता के स्वर्गवास के बाद उनकी सहधर्मिणी डॉ. श्रीमती विमल महता जी के मार्गदर्शन में इन संस्थानों का सफल संचालन किया जाता रहा। श्री महता जी ‘महर्षि दयानंद शिक्षण संस्थान’ से जुडें सभी शिक्षण संस्थानों को बाखूबी संभाला। 3 जनवरी 2019 वो महान शख्शीयत भी इस संसार की संरचना करने वाले प्रभुचरणों में विलीन हो गईं। उनके स्र्वगवास के बाद वर्तमान समय में ‘महर्षि दयानंद शिक्षण संस्थान’ के प्रधान आनंद महता बने हैं उनके कुशल नेतृत्व में के.एल. महता दयानंद विद्यालयों एवं  के. एल. महता दयानंद महिला महाविद्यालय का सफल संचालन किया जा रहा है।

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!