सामुदायिक पुलिसिंग टीम द्वारा ‘पुलिस की पाठशाला’ के माध्यम से सड़क सुरक्षा, साइबर सुरक्षा एवं महिला सुरक्षा पर जागरूकता अभियान

फरीदाबाद : पुलिस आयुक्त फरीदाबाद के आदेशानुसार और पुलिस उपायुक्त मुख्यालय एवं पुलिस उपायुक्त यातायात के मार्गदर्शन में तथा सहायक पुलिस आयुक्त यातायात प्रथम के नेतृत्व में सामुदायिक पुलिसिंग टीम ने यातायात पुलिस के साथ मिलकर बीके चौक पर रिक्शा चालकों, ऑटो चालकों, रेहड़ी-पटरी वालों एवं आमजन के लिए “पुलिस की पाठशाला” का आयोजन किया। इसके साथ ही, नीलम रेलवे ओवरब्रिज के नीचे झुग्गी में रहने वाले बच्चों के लिए भी जागरूकता सत्र आयोजित किया गया।
कार्यक्रम की मुख्य बातें:
सड़क सुरक्षा:
सभी को यह समझाया गया कि सड़क पर की गई एक छोटी सी गलती जीवन की सबसे बड़ी सजा दे सकती है, इसलिए यातायात नियमों का पालन अनिवार्य है।
ऑटो चालकों को बताया गया कि वे:
* हमेशा निर्धारित लेन में चलें।
* निर्धारित स्थान से ही सवारी बैठाएं और उतारें।
* यात्रियों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखें।
* ऑटो चलाते समय वर्दी पहनें और सभी कानूनी दस्तावेज पूरे रखें।
* यातायात पुलिस के निर्देशों का पालन करें।
* बच्चों के लिए विशेष जागरूकता:
* सड़क पर खेलते समय सावधानी बरतने और ज़ेबरा क्रॉसिंग से सड़क पार करने की सलाह दी गई।
* हेलमेट एवं सीट बेल्ट के अनिवार्य उपयोग के बारे में बताया गया।
* सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों की मदद करने के लिए “गुड समैरिटन रूल” की जानकारी दी गई।
साइबर सुरक्षा और महिला सुरक्षा:
* चालकों को साइबर अपराधों से बचने के लिए सतर्क रहने की हिदायत दी गई।
* महिला यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने पर जोर दिया गया।
* डायल 112, साइबर हेल्पलाइन 1930, और इंडिया 112 ऐप के उपयोग के बारे में जानकारी दी गई।
* हिट एंड रन केस और आपातकालीन सहायता:
* चालकों को हिट एंड रन मामलों में मिलने वाले मुआवजे की जानकारी दी गई।
* उनसे आग्रह किया गया कि वे शहर में पुलिस के “आंख और कान” बनें और किसी भी अप्रिय घटना या सड़क दुर्घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दें, ताकि पीड़ित को शीघ्र मदद मिल सके।
नशा मुक्ति अभियान:
* सभी को नशे से दूर रहने और इसके दुष्प्रभावों के प्रति जागरूक किया गया।
* बताया गया कि नशा सभी अपराधों की जड़ है, इसलिए इससे बचना अति आवश्यक है।
फरीदाबाद पुलिस सभी नागरिकों से अपील करती है कि वे यातायात नियमों का पालन करें, साइबर व महिला सुरक्षा को प्राथमिकता दें, और फरीदाबाद को एक सुरक्षित, नशा मुक्त एवं अपराध मुक्त शहर बनाने में पुलिस का सहयोग करें।