स्ट्रोक इलाज में एकॉर्ड अस्पताल को लगातार 7 बार मिला अंतरराष्ट्रीय सम्मान : डॉ. रोहित गुप्ता

फरीदाबाद, 22 जुलाई (मनीष शर्मा)। ग्रेटर फरीदाबाद सेक्टर 86 स्थित एकॉर्ड सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल ने स्ट्रोक के इलाज के क्षेत्र में लगातार सातवीं बार अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त की है। वर्ल्ड स्ट्रोक ऑर्गेनाइजेशन (डब्ल्यूएसओ) ओर एंजल्स इनिशिएटिक की तरफ से अस्पताल को लगातार सात बार डायमंड और प्लैटिनम अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। यह उपलब्धि अस्पताल के उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाओं, तेज प्रतिक्रिया प्रणाली और न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट चेयरमैन डॉ. रोहित गुप्ता, डॉ. संदीप घोष तथा डॉ. मेघा शारदा विशेषज्ञ डॉक्टरों की समर्पित टीम का प्रमाण है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह प्रतिष्ठित सम्मान पाने पर अस्पताल चेयरमैन डॉ. ऋषि गुप्ता ने पूरी टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा इससे तरह के अवॉर्ड से अब ओर मेहनत से काम किया जाएगा।

न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट चेयरमैन डॉ. रोहित गुप्ता ने कहा कि स्ट्रोक जैसी गंभीर अवस्था में इलाज का सबसे महत्वपूर्ण मापदंड समय होता है। यदि शुरुआती घंटे में सटीक इलाज मिल जाए तो मरीज को जीवनभर की विकलांगता से बचाया जा सकता है। एकॉर्ड अस्पताल ने इस दिशा में उल्लेखनीय कार्य किया है। यहां न सिर्फ विश्वस्तरीय तकनीक मौजूद है, बल्कि एक प्रशिक्षित और अनुभवी मेडिकल टीम भी तैनात है जो 24 घंटे आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहती है। डॉ. रोहित गुप्ता की टीम ने मिलकर स्ट्रोक प्रबंधन में जो तेजी और सटीकता दिखाई है, वह अन्य अस्पतालों के लिए मिसाल बन चुकी है। उन्होंने कहा का एकॉर्ड प्रदेश का इकलौता ऐसा अस्पताल है जिसे अंतरराष्ट्रीय संस्था ने सात बार सम्मानित किया है। इससे प्रदेश के साथ देश में स्ट्रोक के मरीजों का भरोसा एकॉर्ड पर बढ़ा है।

डॉ. संदीप घोष ने कहा कि डब्ल्यूएसओ का एंजल्स अवॉर्ड दुनिया भर के अस्पतालों को उनकी स्ट्रोक सेवाओं की गुणवत्ता के आधार पर दिया जाता है। इसमें मरीज को उचित इलाज शुरू करने का समय, क्लीनिकल प्रोटोकॉल का पालन, शीघ्र जांच एवं इमेजिंग और इलाज की सफलता जैसे कई मानकों को शामिल किया जाता है। एकॉर्ड अस्पताल को लगातार सात बार इस अवॉर्ड से सम्मानित किया जाना, इस बात को दर्शाता है कि यह अस्पताल अंतरराष्ट्रीय मानकों पर पूरी तरह खरा उतरता है।

डॉ. मेघा शारदा ने कहा कि उनका उद्देश्य केवल इलाज देना नहीं, बल्कि मरीजों को जीवन की दूसरी शुरुआत देने में मदद करना है। इस सम्मान के बाद अस्पताल ने अपने इलाज की गुणवत्ता को और बेहतर बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई है। डॉ. रवि शंकर, डॉ. रंजन, डॉ. जितेश, डॉ. संदीप भट्टाचार्य, डॉ. अशोक भी उपस्थित रहे।

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