बाल विवाह रोकने के लिए एकजुट प्रयासों की जरूरत, हर व्यक्ति करे सहयोग

बाईपास झुग्गी क्षेत्र में बाल विवाह न करने की दिलाई शपथ

फरीदाबाद, 06 दिसंबर। केंद्र सरकार द्वारा बाल विवाह के खिलाफ अभियान ‘बाल विवाह मुक्त भारत’ की शुरुआत की गई है। देश में बाल विवाह की घटनाओं पर अंकुश लगाने और लोगों को इस परंपरा के दुष्परिणामों से अवगत कराने के लिए जिले के सरकारी स्कूलों और शिक्षण संस्थानों में विद्यार्थियों को बाल विवाह न करने की शपथ दिलाई जा जिसके तहत आज बाईपास झुग्गी क्षेत्र में जागरूकता कार्यक्रम चलाकर बाल विवाह न करने के लिए जागरूक किया गया।

इस अवसर पर हेमा कौशिक ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बाल विवाह के खात्मे के लिए महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय की ओर से शुरू किया गया व अभियान इस बात का सबूत है कि सरकार इस सामाजिक बुराई की गंभीरता से अवगत है। उन्होंने लोगों को बाल विवाह मुक्त भारत अभियान से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। किसी भी स्थिति में बाल विवाह नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि बाल विवाह उचित नहीं है। नन्ही-सी उम्र में ही यदि विवाह होता है तो बच्चों का भविष्य दांव पर लग जाता है। निर्धारित आयु सीमा पूर्ण होने पर ही विवाह करना चाहिए। इसके लिए कानून विद्यमान है, किंतु फिर भी कुछ लोग बाल विवाह की ओर कदम बढ़ा देते हैं। ऐसे लोगों पर कानूनी शिकंजा कसा जाना जरूरी है, ताकि इस सामाजिक कुरीति पर लगाम लगाई जा सके।

इस अवसर पर डीपीओ मीनाक्षी चौधरी सहित अन्य कई संबंधित विभागों के अधिकारीगण मौजूद रहे।

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