भाजपा से नाराज सिख समुदाय ने दिया बसपा उम्मीदवार मनोज चौधरी को समर्थन !
फरीदबाद। भाजपा की नीतियों से नाराज सिख समुदाय के लोगों ने वीरवार को बडखल विधानसभा से बसपा उम्मीदवार मनोज चौधरी को विजय श्री का आर्शीवाद देते हुए, अपना समर्थन दिया। बैठक में सिख समुदाय की सरदारी ने कांग्रेस-भाजपा को कठगरे में खडा करते हुए कहा दोनो ही पार्टियों ने सिख समुदाय के अधिकारों की अनदेखी की है। यहां एनआईटी में फरीदाबाद का 70 वां जन्मदिवस मनाया गया। बैठक में गुरूदारा सैक्टर 15 के प्रौफेसर सरदार दीदार सिंह एवं सरदार जसबीर सिंह सहित सैकडों सिखों ने कहा कांग्रेस ने 84 का दंगा होने दिया, और हजारों सिखों को मरने दिया। उनके परिवार के बच्चे अनाथ हो गए, औरतों ने पूरी जिंदगी दुखों में बिताई है। मगर उनको आज 35 साल बाद भी न्याय नहीं मिला। सरदार उपकार सिंह ने कहा हरियाणा में जब भाजपा सरकार आई और पहली बार कोई पंजाबी मुख्यमंत्री बना तो उनको न्याय की उम्मीद जगी। किन्तु माननीय मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने उनकी एक फरियाद भी नहीं सुनी। उन्होने कहा बसपा के नेताओं ने ठीक कहा है कि भाजपा और कांग्रेस नागनाथ और सांपनाथ हैं। इसलिए बडखल विधानसभा में उनके पास इस बार ईमानदार और युवा उम्मीदवार मनोज चौधरी हैं, जो जीत के उपरांत हमारी आवाज को सदन में रखेंगे।
इस मौके पर सामप्रदायिक कुंठित मानसिकता के कट्टर हिन्दु लोगों का शिकार होकर मौत के आगोश में जा चुके जुनैद का परिवार भी आया। जुनैद की माता और भाई ने भाजपा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल पर वायदा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा मुख्यमंत्री संवेदनहीन हैं, उन्होने हमारे परिवार को एक नौकरी और दस लाख रूपये देने का ऐलान किया था, मगर आज 3 साल बीतने के बाद भी उन्होने हमारी ओर देखा तक नहीं है। दुखी माता ने कहा हमें पैसों का लालच नहीं, मगर इनके झूठे वायदों से नाराजगी है। जब यह अपना वायदा निभा नहीं सकते तो ऐलान क्यों करते हैं।
सभा में बडखल से बसपा प्रत्याशी मनोज चौधरी ने सिख समुदाय की सरदारी और जुनैद के परिवार का आभार जताते हुए कहा उनको बडखल की जनता का जितना प्रेम मिल रहा है, वह इसका कर्ज ता उम्र नहीं चुका सकते। बसपा उम्मीदवार ने कहा आज बसपा का प्रचार हर जाति-धर्म का इंसान खुद कर रहा है, और भाजपा -कांग्रेस से दुखी होकर बसपा को जिताने का प्रण ले चुकाहै। यदि वह विधायक बनते हैं, तो अपने मतदाताओं का स्वाभिमान कभी कम नहीं होने देंगे। इस मौके पर सरदार जोगेन्द्र सिंह, सरदार निर्मल सिंह, स. सुखदेव सिंह, स. गुरेन्द्र सिंह, स. संदीप सिंह, स. गुरूचरण सिंह, स. प्रेमपाल सिंह, स. होम सिंह, स. मनदीप सिंह, सहित सैकडों लोग मौजूद थे।