राम व राक्षसी ताडक़ा युद्ध का मंचन

फरीदाबाद, 30 सितम्बर। फरीदाबाद के सेक्टर-37 में श्री रामलीला सेवा समिति (पंजीकृत) द्वारा आयोजित की जा रही रामलीला के दूसरे दिन श्रीराम व राक्षसी ताडक़ा के युद्ध का मंचन किया गया। श्रीराम द्वारा ताडक़ा का वध करते ही मैदान जय श्रीराम के जय घोष से गूंज उठा। समिति के कलाकारों ने ताडक़ा वध, मारीच व सुबाहू से युद्ध आदि की लीला का मंचन किया। मंचन के तहत राक्षसों द्वारा हवन-पूजा-पाठ के दौरान विघ्न डालने पर ऋषि विश्वामित्र का राजा दशरथ के महल में पहुंचना तथा राक्षसों के संहार के लिए भगवान राम व लक्ष्मण को मांग कर ले जाना, श्रीराम द्वारा ताडक़ा का वध करना, ताडक़ा के मारे जाने के बाद मारीच व सुबाहू से युद्ध कराना व अहिल्या का उद्धार आदि लीला का मंचन किया गया। 

इस अवसर पर श्री रामलीला सेवा समिति के संरक्षक अर्जुन वालिया, चेयरमैन ज्ञानचंद भडाना व प्रधान अनिल कुमार (कल्लू) ने बताया कि ताडक़ा वध मंचन में संदेश दिया गया कि गलत रास्ते पर चलने वालों का एक दिन सर्वनाश पक्का होता है। मंचन में यह भी संदेश दिया गया कि जिस तरह से ताडक़ा ने ऋषि-मुनियों का परेशान किया था, उसी प्रकार से आज आपराधिक किस्म के लोग आम आदमी की परेशानी बढ़ा रहे हैं। इससे पहले भगवान श्री राम, लक्ष्मण, भरत व शत्रुघ्न की बाल लीलाओं को प्रस्तुत किया गया। गुरु विश्वामित्र राम लक्ष्मण को धनुष विद्या सिखाकर अपने साथ लेकर जाते हैं। इससे संदेश दिया गया कि पुराने समय में जिस तरह से गुरुओं का आदर-मान रखते थे, उसी प्रकार आज भी किया जाना चाहिए। इस मौके पर वरिष्ठ उपप्रधान संजय गर्ग व अजय बंसल, महासचिव विशाल  वालिया, सह सचिव अजय गोयल, कोषाध्यक्ष श्याम सुंदर जेटली, सह कोषाध्यक्ष नरेंद्र शर्मा, मीडिया प्रभारी सुनील छाबड़ा, निर्देशक दीपक सेवरा व मंच संचालक रामप्रकाश तथा संजय सिंगला रामलीला मंचन का कार्यभार बखूबी निभा रहे हैं।

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