अंतर्राजीय वाहन चोर गैंग का पर्दाफाश करते हुए गैंग के 4 सदस्यों को क्राइम ब्रांच एनआईटी ने किया गिरफ्तार
आरोपियों के कब्जे से 5 गाड़ियां बरामद की गई जिसमें 2 फॉर्च्यूनर 1 क्रेटा, 1 बरेजा तथा चोरी की वारदात में प्रयोग 1 स्विफ्ट गाड़ी शामिल
- आरोपी किराए की गाड़ी बुक करके चोरी करते थे दूसरी गाड़ियां
- आरोपी पेचकस की सहायता से ड्राइवर साइड के शीशे को तोड़कर “की प्रोग्राम डिवाइस” का उपयोग करके गाड़ी की नई चाबी कर लेते थे तैयार
फरीदाबाद : डीसीपी क्राइम हेमेंद्र कुमार मीणा के दिशा निर्देश तथा एसीपी क्राइम अमन यादव के मार्गदर्शन में कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच एनआईटी प्रभारी नरेश की टीम ने अंतर राज्य वाहन चोर गैंग का पर्दाफाश कर गैंग के चार आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है।
डीसीपी क्राइम हेमेंद्र कुमार मीणा ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में साहिल(21), इमरान(26), मुन्ना(26) तथा सुनील(24) का नाम शामिल है। आरोपी इमरान फरीदाबाद के जीवन नगर, आरोपी साहिल उत्तर प्रदेश के हापुड़ एरिया में स्थित मोडी कला व आरोपी मुन्ना गोवर्धन तथा आरोपी सुनील दिल्ली के त्रिलोकपुरी का रहने वाला है। आरोपी मुन्ना M.A. पास है और अमेजन कंपनी में नौकरी करता है वहीं आरोपी साहिल 12वीं तक पढ़ा हुआ है जो दिल्ली के बटला हाउस में कपड़े बेचने का कार्य करता है। आरोपी इमरान 10वीं कक्षा तक पढ़ा हुआ है और ब्लिंकिट कंपनी में डिलीवरी बॉय का काम करता है वहीं आरोपी सुनील 8वीं कक्षा तक पढ़ा हुआ है जो बिग बॉस पर कटिंग का कार्य करता है। क्राइम ब्रांच की टीम में शामिल उप निरीक्षक सुरेश, मुख्य सिपाही जवाहर, सिपाही अंकित हरपाल संदीप प्रभु तथा नरेश ने गुप्त सूत्रों की सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए सबसे पहले 1 नवंबर को आरोपी साहिल को राजस्थान के भीलवाड़ा एरिया से गिरफ्तार किया था और उसके कब्जे से फॉर्च्यूनर गाड़ी बरामद की जो उसने कोतवाली एरिया से चोरी की थी।
मामले में गहनता से जांच के लिए आरोपी को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया गया जिसमें पुलिस रिमांड के दौरान प्राप्त जानकारी के आधार पर साथी आरोपी इमरान को जीवन नगर, सुनील को भारत कॉलोनी तथा मुन्ना को गोवर्धन से गिरफ्तार किया गया। आरोपियों से पूछताछ में पुलिस को आरोपियों द्वारा पूर्व चोरी की कई वारदातों के बारे में पता चला जिसमें सामने आया कि आरोपी एक की प्रोग्राम डिवाइस का उपयोग करके गाड़ी की नई चाबी बनाते थे और उसकी मदद से चोरी की वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते थे। आरोपी गाड़ी चोरी की वारदात को अंजाम देने के लिए किराए की एक गाड़ी पूरे दिन के लिए बुक करते थे और उस गाड़ी को लेकर निकल जाते थे तथा जिस गाड़ी को चोरी करना होता था उसके पास ले जाकर खड़ी कर देते थे। चोरी करने के लिए आरोपी पेचकस से गाड़ी के ड्राइवर साइड का शीशा तोड़कर की प्रोग्राम डिवाइस की सहायता से गाड़ी की नई चाबी तैयार करते थे। नई चाबी तैयार करने के बाद आरोपी गाड़ी लेकर फरार हो जाते। इसके पश्चात चोरी की गई गाड़ी की नंबर प्लेट बदलकर उसका उपयोग अन्य गाड़ियों की चोरी करने में करते थे।
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी इमरान तथा मुन्ना ने यूट्यूब से गाड़ी की नई चाबी बनाने का तरीका सिखा और गाड़ी चोरी की वारदात को अंजाम देने लगे। आरोपियों के कब्जे से 5 गाड़ियां बरामद की गई जिसमें 2 फॉर्च्यूनर 1 क्रेटा, 1 बरेजा तथा चोरी की वारदात में प्रयोग 1 स्विफ्ट गाड़ी शामिल है। आरोपी मुन्ना करीब 3 महीने पहले जेल से रिहा हुआ था जिसके खिलाफ वाहन चोरी के 2 मुकदमे गाजियाबाद, 2 नासिक तथा 1 मथुरा में दर्ज है। इस मामले में आरोपियों का एक साथी गणेश उर्फ गणपति फरार चल रहा है जिसकी गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच की टीम लगातार दबिश दे रही है और उसे जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। आरोपी सुनील को रिमांड पूरा के बाद जेल भेज दिया गया है वहीं आरोपी साहिल, इमरान तथा मुन्ना को पुलिस रिमांड पूरा होने के बाद जेल भेजा जाएगा।