1 करोड 60 लाख रुपये की साइबर ठगी करने के मामले में साइबर थाना एनआईटी ने 1 महिला सहित 7 आरोपियों को किया गिरफ्तार
फरीदाबाद : पुलिस उपायुक्त साइबर अपराध जसलीन कौर के दिशा निर्देश और एसीपी साइबर अभिमन्यु गोयत के मार्गदर्शन में कार्रवाई करते हुए साइबर थाना एनआईटी की टीम ने कार्रवाई करते हुए साइबर अपराध के मामले में 7 आरोपियो को गिरफ्तार किया है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में सचिव, आशुतोष, जोहर, नरेंद्र, विनोद, अनिल कुमार तथा उसकी पत्नी का नाम शामिल है। सभी आरोपी दिल्ली के विभिन्न एरिया के रहने वाले हैं। साइबर थाना एनआईटी में धोखाधड़ी की धाराओं के तहत दर्ज मुकदमे में आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है जिसमें फरीदाबाद के रहने वाले एक व्यक्ति के साथ स्टॉक मार्केट में निवेश करने के नाम पर उसके साथ 1.60 करोड रुपए की ठगी की गई थी। इस मामले में सबसे पहले 13 जून को महिला आरोपी और उसके पति अनिल को गिरफ्तार करके पुलिस रिमांड पर लिया गया जिसमें पुलिस रिमांड के दौरान अन्य साथियों को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया।
आरोपियो का किसका क्या रोल रहा-
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि इस मामले में सभी आरोपियों का दुबई में बैठे अपने साथियों को अकाउंट उपलब्ध करवाने का कार्य किया है। सबसे पहले आरोपी अनिल ने 60 हजार रूपए लेकर अपनी पत्नी के सभी कागजात आरोपी विनोद और नरेंद्र को दे दिए जिन्होंने यह कागजात आरोपी सचिव को दिए जिसने अकाउंट खुलवाकर इसे अपने साथी आशुतोष को दिया। आशुतोष ने यह बैंक अकाउंट आरोपी जोहर को दिया जिसने इस अकाउंट उपयोग करने के लिए दुबई में बैठे अपने साथी आरोपी को दे दिया जिसमें धोखाधड़ी से प्राप्त किए गए पैसे डलवाए जाते थे। इस मामले में 7 बैंक खातों का उपयोग किया गया है जिसमें एक बैंक खाते में 90 लाख, दूसरे बैंक खाते में 37 लाख तथा अन्य खातों में कुछ-कुछ पैसे डलवाए गए हैं। आरोपियों के कब्जे से 44 हजार रुपए बरामद किए गए हैं।
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि आरोपी बैंक अकाउंट खुलवाने के लिए एक टेंपरेरी ऑफिस खोलने थे और उसे ऑफिस के पत्ते पर बैंक अकाउंट खुलवा लेते थे और जब बैंक अकाउंट खुल जाता था तो वहां से अपना ऑफिस छोड़कर दूसरी जगह चले जाते थे और वहां पर भी इसी प्रकार एक ऑफिस खोलकर दूसरे बैंक में खाता खुलवाते थे।
गिरफ्तार आरोपियो को पूछताछ के बाद अदालत में पेश कर जेल भेजा गया है। मुकदमे में अभी तफ्तीश जारी है। अन्य आरोपियो को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।