अमर शहीद वीरांगना महारानी अवंतीबाई लोधी का 193वां जन्मदिन 16 अगस्त 2024 को मनाया जायेगा
फरीदाबाद, 12 अगस्त। लोधी राजपूत जनकल्याण समिति फरीदाबाद द्वारा समिति कार्यालय पर सामाजिक मीटिंग का आयोजन किया गया। जिसमें अमर शहीद वीरांगना महारानी अवंतीबाई लोधी का 193 वां जन्मदिन 16 अगस्त 2024 को प्रात: 9.30 बजे वीरांगना के नाम से एनआईटी फरीदाबाद में स्थित चौक पर मनाया जायेगा। इस अवसर पर अतिथियों द्वारा एक पेड़-वीरांगना के नाम रोपित किया जायेगा।
देश-प्रदेश में जब से भाजपा की सरकार आई है तब से सरकार ने अपनी योजनाओं के माध्यम से जनहित में कार्य करते हुए गरीब व्यक्ति तक पहुंचने का प्रयास किया है। यहां पर सामाजिक विषय का उल्लेख करना आवश्यक हो गया है। हरियाणा सरकार ने 16 अगस्त 2016 को समिति के प्रयास से लोधी राजपूत धर्मशाला के लिए आधा एकड़ जमीन नहर पार दी गई थी, जिसकी कीमत उस समय 7500000 लाख बताई गई जोकि लीज पर थी। जिसका 15 प्रतिशत जमा करना था।
जिसकी आधारशिला दीदी उमाश्री भारती पूर्व मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश एवं तत्कालीन केन्द्रीय मंत्री भारत सरकार के कर कमलों द्वारा रखी गई। परन्तु जमीन नहीं मिल सकी। समिति ने पुन: सरकार से 2019 में प्रयास किया, परिणामस्वरूप वही जमीन उसी कीमत पर सरकार की योजना के तहत आधी कीमत 37 लाख 50 हजार रूपए समिति वहन करेगी। समाज को उम्मीद थी कि इस बार समाज की धर्मशाला बनेगी। परन्तु समाज को पुन: निराशा का सामना करना पड़ा। ऐसा लगता है कि सरकार ने अपनी ही पार्टी के नेता का मान नहीं रखा और साथ ही समाज का उपहास उड़ाया है।
इसके विपरीत 2014 से आज तक हरियाणा सरकार ने कई धर्म संस्थानों एवं बहुत से समाजों के लिए धर्मशाला की जमीन देने के साथ-साथ भवन निर्माण के लिए आर्थिक रूप से मदद करना सराहनीय कदम रहा है, परन्तु लोधी समाज वंचित रहा। सरकार से लोधी समाज आज भी उम्मीद करता है। लोधी समाज हरियाणा में फरीदाबाद, गुरूग्राम, धारूहेडा़, भिवानी, रेवाड़ी, पलवल, सोनीपत, पानीपत, करनाल, अम्बाला कैंट, सिटी अम्बाला टूण्डला गांव में काफी संख्या में निवासरत है वैसे तो हरियाणा प्रांत में लगभग सभी स्थानों पर है। लोधी समाज ने पूरे देश में जनसंघ से लेकर भाजपा तक का सफर तय किया है। सबसे मजबूत वोटर और सपोर्टर रहा है। सामाजिक कार्यों के लिए सरकार बताए लोधी समाज किसके पास जाए। इस ओर सरकार को भी ध्यान देने की आवश्यकता है। साथ ही लोधी समाज परिस्थितिवश चिंतन-मंथन और विचार करेगा। इसी समाज से परम श्रद्धेय स्वामी ब्रह्मानंद जी जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में कई बार जेल गएए इन्होंने 1967 में जनसंघ से लोकसभा सदस्य बनकर पहले भगवाधारी संत संसद पहुंच कर गौ-रक्षा के लिए आवाज उठाने वाले पहले संत थे। बाबूजी कल्याण सिंह, दीदी उमाश्री भारती, साक्षी महाराज, टाइगर राजा सिंह लोध जैसे नेता इसी समाज से आते हैं। सरकार लोधी समाज की समस्याओं पर ध्यान देने का प्रयास करे।
इस अवसर पर लाखनसिंह लोधी, रूपसिंह लोधी, धर्मपाल सिंह लोधी, नंदकिशोर लोधी, नौनिहिल सिंह लोधी, लोधी जगविजय वर्मा, राजेश लोधी, जागेश्वर राजपूत, अर्जुन सिंह लोधी, भूदेव सिंह लोधी, प्रतापसिंह लोधी, राकेश लोधी, भाई लाल लोधी, बलराम लोधी, मुकेश राजपूत, शीशपाल शास्त्री, ओमप्रकाश लोधी, उदयवीर सिंह लोधी, नरेंद्र सिंह लोधी, विजय पाल सिंह लोधी, सूरजपाल सिंह लोधी आदि उपस्थित रहे।