दर्दनाक हादसा : ओडिशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे में अब तक 288 लोग मारे गए तो वहीं 900 के करीब घायल हैं

नई दिल्ली : ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार की शाम में हुए ट्रेन हादसों में अब तक 288 लोग मारे गए तो वहीं 900 के करीब घायल हैं। यह हादसा भारत में आजादी के बाद से हुए घातक ट्रेन हादसों में से एक है। वहीं रेल हादसे में घायलों को इलाज के लिए गोपालपुर, कांतापाडा, बालासोर, भद्रक और सोरो के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

दरअसल कोरोमंडल एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतर गए, जिसके बाद यह दूसरी लाइन पर सामने से आ रही एक अन्य ट्रेन से टकरा गई, जिस वजह से ये दर्दनाक हादसा हुआ। रेल हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। साउथ ईस्टर्न जोन के कमिश्नर रेलवे सेफ्टी (CRS) ए एम चौधरी इस बड़ी ट्रेन दुर्घटना की जांच करेंगे।

पीएम मोदी भी आज करेंगे घटनास्थल का दौरा

सूत्रों के मुताबिक खबर ये आ रही है कि पीएम मोदी आज ओडिशा जाएंगे। पीएम मोदी पहले बालासोर में दुर्घटनास्थल का दौरा करेंगे और फिर कटक के अस्पताल का दौरा करेंगे। जहां वो घायलों से मिलकर उनका हाल-चाल जानेंगें।

बालासोर दुर्घटना : दोनो ट्रेनों में करीब 3500 के आसपास यात्री यात्रा कर रहे थे

कोरोमंडल एक्सप्रेस का सीट कंपोजिशन : 1256 + 500 ( जनरल बोगी) = 1756

स्लीपर ( 5 कोच) = 80x 5
थर्ड एसी ( 9 कोच) = 72x 9
सेकंड एसी ( 2 कोच) = 52x 2
फर्स्ट एसी ( 1 कोच) = 24 x 1
जनरल बोगी ( 2 कोच) = 250x 2

विशेस्वर्रैया हावड़ा एक्सप्रेस : 1244 + 500 ( जनरल बोगी) = 1744

स्लीपर ( 7 कोच) = 80x 7
थर्ड एसी ( 8 कोच) = 72x 8
सेकंड एसी ( 2 कोच) = 52x 2
जनरल बोगी ( 2 कोच) = 250x 2

रेस्क्यू ऑपरेशन अभी भी जारी

रेल हादसे में घायलों को इलाज के लिए गोपालपुर, कांतापाडा, बालासोर, भद्रक और सोरो के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जानकारी के मुताबिक अभी भी राहत एवं बचाव कार्य जारी है। पटरी से उतरे डिब्बों में कई लोग फंस गए और स्थानीय लोग उन्हें बचाने के लिए आपातकालीन सेवा कर्मियों की मदद कर रहे थे, लेकिन अंधेरा होने की वजह से अभियान में दिक्कतें आईं। मुख्य सचिव के मुताबिक 7 NDRF, 5 ODRAF और 24 फायर सर्विस यूनिट, स्थानीय पुलिस, वालिंटियर खोज और बचाव में खूब मशक्कत कर रहे हैं।

हाई लेवल कमेटी करेगी हादसे की जांच

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि घायलों के उपचार की कोशिश जारी है। साथ ही कहा कि इस भयानक हादसे की जांच हाई लेवल कमेटी करेगी और CRS भी इंडिपेंडेंट जांच करेंगे। किस कारण से ये हादसा हुआ, ये पता लगाया जाएगा। फिलहाल फोकस अभी रेस्क्यू पर है। हादसा कैसे हुआ, इस बारे में तो इंक्वायरी के बाद पता चलेगा।

कई ट्रेनों पर पड़ा रेल हादसे का असर

करीब इस रूट से गुजरने वाली 92 और दूसरी ट्रेनों पर रेल हादसे का असर पड़ा है। नतीजतन 43 ट्रेन रद्द की कर दी गई। वहीं 38 ट्रेनों का रुट डायवर्जन कर दिया गया. जबकि 9 ट्रेन टर्मिनेशन की गई है। इसके अलावा एक ट्रेन रिशिड्यूल की गई।

पीएम मोदी ने रेल मंत्री से बात कर लिया स्थिति का जायजा

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि वह दुर्घटना से व्यथित हैं, और स्थिति का जायजा लेने के लिए रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की है। उन्होंने कहा, ‘‘ओडिशा में ट्रेन हादसे से दुखी हूं. दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं। घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से बात की और स्थिति का जायजा लिया।”

मुआवजे का ऐलान

इसी के साथ रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ओडिशा की ट्रेन दुर्घटना को लेकर मुआवजे की घोषणा की है। वैष्णव ने ट्वीट किया है – ओडिशा में हुए इस दुर्भाग्यपूर्ण ट्रेन हादसे में मरने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को 10 लाख रुपये, गंभीर घायलों को दो लाख रुपये और मामूली घायलों को 50,000 रुपये की मदद दी जाएगी। साथ ही पीएम मोदी ने मृतक के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपये और घायलों के लिए 50,000-50,000 रुपये की सहायता राशि देने का ऐलान किया।

ओडिशा सीएम ने राजकीय शोक की घोषणा की

ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने ट्रेन हादसे के बाद राज्य दिवस समारोह रद्द करते हुए एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। ट्रेन हादसे को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज ओडिशा का दौरा कर सकती हैं। रेलवे के खड़गपुर डिवीजन के डीआरएम के अनुसार, रेल हादसा होने के बाद कम से कम 13 ट्रेनें या तो डायवर्ट की गई हैं या फिर रद्द कर दी गई हैं।

मुंबई-गोवा वंदे भारत एक्सप्रेस का उद्घाटन समारोह रद्द

ओडिशा में रेल हादसा होने पर शनिवार की सुबह होने वाला मुंबई-गोवा वंदे भारत एक्सप्रेस का उद्घाटन समारोह रद्द कर दिया गया है। इस ट्रेन को पीएम मोदी हरी झंडी दिखाने वाले थे। समारोह सुबह साढ़े दस बजे होना था।

बीएमसी की टीम भी मदद करने में जुटी

बीएमसी की टीम भी लोगों की मदद करने में जुटी है। भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन से ट्रेन के यात्री जो होटल / लॉज का खर्च नहीं उठा सकते, उन्हें बीएमसी के एसयूएच में आश्रय दिया जा रहा है।

लोगों की जिंदगी बचाने में जुटे स्थानीय लोग, ब्लड डोनेट करने के लिए लगी लंबी लाइन

इस ट्रेन हादसे का शिकार हुए कई लोगों का अस्पताल में इलाज जारी है। ऐसे में स्थानीय लोग ब्लड डोनेट करने के लिए पहुंच चुके हैं। नतीजतन ब्लड डोनेट करने वालों की लंबी कतार लग गई है।

परिवारों को सौंपे जा रहे हैं मृतकों के शव

ओडिशा मुख्य सचिव ने जानकारी देते हुए बताया कि शिनाख्त किए गए शवों को या तो उनके परिजनों को सौंप दिया जा रहा है। अज्ञात लोगों के लिए वैधानिक प्रक्रिया का पालन किया जाएगा:

दुर्घटना के मद्देनजर ओडिशा सरकार और रेलवे ने हेल्पलाइन की शुरुआत की है।

रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं-
Help line numbers – 033 26382217, 8972073925, 9332392339, 8249591559, 7978418322, 9903370746,044- 25330952, 044-25330953, 044-25354771

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