उमेश भाटी ने जेजेपी छोड़ भाजपा का दामन थामा, तिगांव विधानसभा में भव्य रैली में कार्यकर्ताओं संग हुए शामिल
- उमेश भाटी और उनके समर्थकों की भाजपा में वापसी, सीएम नायब सैनी, राजकुमार वोहरा और राजेश नागर की मौजूदगी में हुई सदस्यता ग्रहण
- मुख्यमंत्री नायब सैनी ने उमेश भाटी को भाजपा में दिया मान-सम्मान का आश्वासन, तिगांव में रैली के दौरान राजकुमार वोहरा और राजेश नागर के समक्ष वापसी
फ़रीदाबाद 25 सितंबर। भाजपा पार्टी में एक और बड़ी सियासी हलचल तब देखने को मिली जब जेजेपी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता और अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर उमेश भाटी ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ भाजपा का दामन थाम लिया। तिगांव विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी राजेश नागर द्वारा आयोजित भव्य रैली में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और भाजपा जिलाध्यक्ष राजकुमार वोहरा की उपस्थिति में उमेश भाटी ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण की। इस मौके पर हरियाणा के मुख्यमंत्री ने उमेश भाटी को भाजपा का पटका पहनाकर उनका स्वागत किया और आश्वासन दिया कि उन्हें और उनके कार्यकर्ताओं को पार्टी में पूरा मान-सम्मान दिया जाएगा। उमेश भाटी ने कहा कि भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से मेरा रिश्ता बचपन से ही रहा है। 25 साल तक भाजपा से जुड़ा रहा, लेकिन कुछ परिस्थितियों के कारण मुझे पार्टी छोड़नी पड़ी। हालांकि, मोदी जी और भाजपा की देशहित की नीतियों ने मुझे फिर से भाजपा का दामन थामने के लिए प्रेरित किया। मैं अपने कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर पार्टी के लिए पूरी निष्ठा से काम करूंगा।”
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने उमेश भाटी की भाजपा में वापसी का स्वागत करते हुए कहा, “उमेश भाटी का भाजपा में लौटना हमारे संगठन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कई सालों तक निष्ठा और समर्पण से विभिन्न जिम्मेदारियों को निभाया है, और अब उनकी वापसी से पार्टी और मजबूत होगी। भाजपा में उन्हें और उनके कार्यकर्ताओं को पूरा सम्मान मिलेगा। उमेश भाटी के अनुभव और नेतृत्व से तिगांव क्षेत्र में भाजपा को बड़ी सफलता मिलेगी।” गौरतलब है कि उमेश भाटी भाजपा के पुराने नेताओं में से एक रहे हैं, लेकिन बीच में उन्होंने इनेलो और फिर जजपा पार्टी का दामन थामा था। जजपा में रहते हुए उन्होंने प्रदेश प्रवक्ता के रूप में अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया। हालांकि, भाजपा और जजपा के गठबंधन में रहते हुए भी उनका झुकाव हमेशा भाजपा की ओर रहा। गठबंधन टूटने के बाद पार्टी हाईकमान द्वारा अनदेखी किए जाने के चलते उमेश भाटी और उनके समर्थकों को निराशा हाथ लगी, और अंततः उन्होंने भाजपा में वापसी का निर्णय लिया।
भाजपा जिलाध्यक्ष राजकुमार वोहरा ने इस मौके पर उमेश को पटका पहनाया और कहा कि उनके पास संगठन का व्यापक अनुभव है, और उनकी वापसी से तिगांव क्षेत्र में पार्टी और अधिक मजबूत होगी। उमेश भाटी जैसे अनुभवी नेताओं का समर्थन भाजपा के लिए आगामी चुनावों में निर्णायक साबित होगा।”
रैली में उमेश भाटी के साथ गगन सिसोदिया, मास्टर लाखन सिंह, गोपाल चौहान, पवन भाटी, अवदेश भदोरिया, दिनेश परिहार, हरिओम जादोंन, रितिक राजपूत, आशीष राजपूत, भानु प्रिया, पुनीत भाटी, रंजन सिंह, अखिलेश यादव, हिमांशु, मनोज भदोरिया, अनिल दीक्षित और सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भाजपा का दामन थामते हुए पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
इस मौके पर भाजपा के नेता और कार्यकर्ता उत्साह से भरपूर नजर आए, और उमेश भाटी की भाजपा में वापसी को एक बड़ी राजनीतिक उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है।