गली मौहल्लों में रुपए लेकर कूड़ा उठाया जा रहा !
गुरुग्राम (मदन लाहौरिया) 6 नवंबर। गुरुग्राम में कूड़ा कर्कट घरों से उठवाने के लिए लोगों को पैसे देने पड़ रहे है! ईको ग्रीन कंपनी की गाड़ी तो कूड़ा उठाने के लिए हफ़्ते में एक या दो दिन आती है और जब भी आती है तो लेट आती है! नगर निगम के अधिकारीयों की मिलीभगत के कारण निगम के सफाई कर्मचारियों ने ही अपने निजी तौर पर प्राइवेट आदमी कूड़ा उठाने के लिए गली मौहल्लों में लगा दिए हैं! निगम के सफाई कर्मचारी निगम से तो तनख्वाह लेते ही हैं साथ में ही खुद के द्वारा लगाए गए इन प्राइवेट कूड़ा उठाने वालों से कमीशन भी लेते हैं! हमारे द्वारा जांच करने पर मालूम हुआ कि यह कमीशन किसी गली मौहल्ले में तो कूड़ा उठाने वालों से सफाई कर्मचारी 50 प्रतिशत व कहीं पर 20 प्रतिशत लेते हैं और ये प्राइवेट कूड़ा उठाने वाले 60 या 70 रूपये प्रति घर हर महीने लेते है!
इस सारे मामले की जाँच पड़ताल करते वक्त गुरुग्राम शहर के आदर्श नगर कालोनी में घरों से प्राइवेट तौर पर कूड़ा उठाने वाले विनोद रविदास नाम के आदमी से बात हुई तो उसने बताया कि नगर निगम के किसी सफाई कर्मचारी ने ही उसे इस कालोनी से कूड़ा कर्कट उठाने के लिए कह रखा है और वह सुबह जल्दी ही आकर कालोनी के घरों से 70 रूपये प्रति घर हर महीने के हिसाब से कूड़ा लेता है! उसने बताया कि वह यह कूड़ा इस कालोनी से उठा कर सोहना चौक के पास जेल रोड़ पर डाल आता है!
यहां के लोगों से जब बात हुई तो उन्होंने बताया कि ईको ग्रीन कंपनी की गाड़ी कूड़ा उठाने के लिए आती ही नहीं और इसी वजह से इस प्राइवेट कूड़ा उठाने वाले को पैसे देकर कूड़ा देना पड़ता है! गुरुग्राम की सफाई व्यवस्था यदि लोगों के पैसे से हो तो फिर आप अच्छी तरह से समझ सकते हैं कि नगर निगम में कूड़ा कर्कट व सफाई व्यवस्था के नाम पर कितना बड़ा भ्रस्टाचार किया जा रहा है और सरकार अपने आप को ईमानदार कहते हुए थकती नहीं!