दुनिया के शीर्ष वैज्ञानिकों की सूची में जे.सी. बोस विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर शामिल
स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा जारी शीर्ष दो प्रतिशत वैज्ञानिकों की सूची में जे.सी. बोस विश्वविद्यालय के तीन वैज्ञानिक
– प्रतिष्ठित सूची में स्थान बनाने वाले वैज्ञानिकों का विश्वविद्यालय में किया गया सम्मान
फरीदाबाद, 20 सितंबर : प्रसिद्ध गणितज्ञ एवं जे.सी. बोस विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, वाईएमसीए, फरीदाबाद के कुलपति प्रो. सुशील कुमार तोमर सहित विश्वविद्यालय के दो संकाय सदस्यों को अमेरिका के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा संकलित विश्व के शीर्ष 2 प्रतिशत वैज्ञानिकों की प्रतिष्ठित सूची में स्थान मिला है। यह सूची स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय तथा प्रमुख वैज्ञानिक प्रकाशक एल्सेवियर बी.वी. द्वारा 16 सितंबर, 2024 को जारी किए गए विषयवार ग्रंथसूची विश्लेषण का परिणाम है।
विश्वविद्यालय के अनुसंधान एवं विकास प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित एक सम्मान समारोह में प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों की सूची स्थान मिलने वाले वैज्ञानिकों का सम्मान किया गया। इस अवसर पर कुलपति के वरिष्ठ सलाहकार प्रो. संदीप ग्रोवर, निदेशक (आरएंडडी) प्रो. मनीषा गर्ग तथा उप निदेशक (आरएंडडी) डॉ. राजीव साहा भी उपस्थित थे।
प्रो. तोमर पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ के 46 संकाय सदस्यों में से एक हैं, जिन्हें विश्व के शीर्ष 2 प्रतिशत वैज्ञानिकों की सूची में शामिल किया गया है। प्रो. तोमर अपने शोध कार्यों के लिए जाने जाते है। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में उनके 130 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित हैं और उन्होंने अपने शोध क्षेत्र से संबंधित विभिन्न विषयों पर देश एवं विदेश में 150 से अधिक व्याख्यान दिये है।
विश्वविद्यालय में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. योगेंद्र आर्य और जीव विज्ञान विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. दीपांश शर्मा ने भी अपने-अपने शोध कार्यों के लिए शीर्ष 2 प्रतिशत वैज्ञानिकों की प्रतिष्ठित सूची में जगह बनाई है। माइक्रोबायोलॉजी में 10 वर्षों से अधिक के अनुभव रखने वाले वाले डॉ. दीपांश शर्मा के प्रतिष्ठित वैज्ञानिक पत्रिकाओं में 50 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित है। इसी प्रकार, इलेक्ट्रिकल पावर सिस्टम में लगभग 15 वर्षों के अनुभव वाले डॉ. योगेंद्र आर्य के प्रतिष्ठित पत्रिकाओं में 70 शोध पत्र प्रकाशित है। दोनों ने अपने-अपने क्षेत्रों में वैज्ञानिक शोध में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
उल्लेखनीय है कि अमेरिका का स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय हर साल दुनिया भर के शीर्ष दो प्रतिशत शोधकर्ताओं का डेटा उनके शोध प्रकाशनों के आधार पर जारी करता है, जिसे अंतरराष्ट्रीय प्रकाशन एल्सवियर द्वारा प्रकाशित किया जाता है। स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा यह मान्यता लगभग एक लाख से अधिक शीर्ष वैज्ञानिकों के सार्वजनिक रूप से उपलब्ध डेटाबेस के आधार पर प्रदान की जाती है, जिसमें साइटेशन, एच-इंडेक्स सहित समग्र संकेतक पर मानकीकृत जानकारियां शामिल होती है। इस सूची में विश्व के सभी वैज्ञानिकों को मानक विज्ञान-मेट्रिक्स वर्गीकरण के अनुसार 22 वैज्ञानिक क्षेत्रों और 174 उप-क्षेत्रों में वर्गीकृत किया गया है। स्टैनफोड विश्वविद्यालय द्वारा दो सूचियाँ जारी की गई हैं – पहली शोधकर्ताओं के पूरे करिअर के डेटा पर आधारित और दूसरी वर्ष 2023 में शोधकर्ताओं के प्रदर्शन पर केंद्रित है।
प्रो. तोमर और डॉ. आर्य का नाम करिअर डेटा तथा 2023 के प्रदर्शन पर आधारित दोनों सूचियों में शामिल किया गया है। वर्ष 2020 के बाद से यह लगातार पांचवां वर्ष है जब डॉ. आर्य का नाम स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के प्रमुख वैज्ञानिकों की प्रतिष्ठित सूची में शामिल हो रहा है जबकि प्रो. सुशील कुमार तोमर ने लगातार दूसरे वर्ष सूची में स्थान प्राप्त किया है।