सस्ती शिक्षा को लेकर दिव्यांग छात्रों का प्रदर्शन

नई दिल्ली (मदन लाहौरिया) 22 नवंबर। सस्ती शिक्षा की मांग को लेकर जेएनयू के आँखों से दिव्यांग लगभग 40 से 50 छात्रों ने जमकर प्रदर्शन किया! पिछले तीन सप्ताह से जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र फीस बढ़ोतरी का विरोध कर रहे हैं! उन विरोध कर रहे छात्र छात्राओं पर दिल्ली पुलिस ने लाठीचार्ज किया था! छात्रों पर हुए लाठीचार्ज व फीस बढ़ोतरी के विरोध में जेएनयू में पढ़ाई कर रहे लगभग 40 से 50 दृष्टि बाधित दिव्यांग छात्रों ने दिल्ली पुलिस के पुराने मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया! दिव्यांग छात्र विरोध प्रदर्शन के लिए बस में सवार होकर पुलिस मुख्यालय के लिए निकले तो पुलिस ने उन्हें रोक लिया! पुलिस उनको वसंत कुंज थाने ले गई और वहां उन्हें गुमराह किया गया! करीब डेढ़ घंटे तक दिव्यांग छात्रों को वसंत कुंज थाने में बिठाये रखने के बाद उन से कहा गया कि वे पुराने पुलिस मुख्यालय पर प्रदर्शन कर सकते हैं! इसके बाद पुलिस बस में बिठाकर इन दिव्यांग छात्रों को आईटीओ स्थित पुराने पुलिस मुख्यालय पर ले आई और यहां पर मुख्यालय के बाहर दिव्यांग छात्रों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की! इसके बाद सात दिव्यांग छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल ने पुलिस मुख्यालय में जाकर पुलिस अधिकारीयों को अपना ज्ञापन सौंपा! ज्ञापन के माध्यम से इन दिव्यांग छात्रों ने मांग की कि जेएनयू के विरोध प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस के द्वारा दिव्यांग छात्रों पर भी लाठीचार्ज किये जाने की जाँच की जाये और एक सप्ताह के भीतर दिव्यांग छात्रों को दिल्ली पुलिस आयुक्त से मिलवाया जाये! जेएनयू में दृष्टि बाधित दिव्यांग छात्रों का एक अलग से विभाग है और ये अलग अलग विषयों में पढ़ाई करते हैं! जिस यूनिवर्सिटी में दिव्यांग छात्र पढ़ाये जाते हो वो यूनिवर्सिटी धन्य है और बधाई की पात्र है! ऐसे विश्वविद्यालय की फीस बढ़ोतरी करना राष्ट्रहित के खिलाफ है! मोदी सरकार ऐसे विश्वविद्यालय के खिलाफ क्यों डटे हुई है! यह एक गहरे चिंतन का विषय है!
इस विषय में किसान नेता चंद्रभान काजला से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि मोदी सरकार के द्वारा जेएनयू के छात्र छात्राओं के साथ अपराधियों जैसा सलूक किया जा रहा है! तमाम यातनाओं के बावजूद छात्र फीस वृद्धि के खिलाफ डटे हुए हैं! आगे उन्होंने बताया कि जेएनयू के छात्र अपने लिए नहीं बल्कि आने वाली पीढिय़ों की शिक्षा के लिए संघर्ष कर रहे हैं ताकि एक गरीब, किसान, दुकानदार, रेहड़ी पटड़ी वाले व मजदूर के बच्चे कम खर्च में अच्छी गुणवत्ता की शिक्षा ग्रहण कर सके!
दूसरी और मजदूर नेता राजेंद्र सरोहा से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि जेएनयू में फीस वृद्धि को ले कर आंदोलनरत छात्रों के समर्थन में कई अन्य संगठन भी एकजुट हो गए हैं! किसान सभा,एसएफआई,जनवादी महिला समिति,सीटू व सर्वकर्मचारी संघ ने भी अपना समर्थन देते हुए सोनीपत, गोहाना ,रोहतक, भिवानी,सिवानी मंडी व सिरसा में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किये! राजेंद्र सरोहा ने आगे कहा कि सरकार गरीब,दलित व पिछड़े वर्ग के छात्रों के लिए उच्च शिक्षा के दरवाजे बंद करना चाहती है!