बङी चौपाल की रंगारंग सांस्कृतिक संध्या गुजराती कलाकार अनिरूद्ध आहिर और एनटीन की टीम के नाम रही
भगवान श्री राम, श्री कृष्ण और महादेव के भक्तियुक्त भजनों से भक्तिमय हुआ माहौल

- इंडियन और वेस्टर्न वाद्य यंत्रों के माध्यम से दी शानदार प्रस्तुतियां
सूरजकुंड (फरीदाबाद) : मुख्य चौपाल पर खुश्बू गुजरात की गुजराती फोक और हिन्दी भक्ति संगीत के भजनों के नाम रही। 37 वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेला की बङी चौपाल पर रंगारंग सांस्कृतिक संध्या गुजराती कलाकार अनिरूद्ध आहिर और एनटीन की टीम के नाम रही। जहां गुजराती कलाकारों ने भगवान श्री राम, श्री कृष्ण और महादेव के भक्ति मय भजनों से पर्यटकों और दर्शकों का मन मोह लिया।
गुजराती कलाकारों ने इंडियन और वेस्टर्न वाद्य यंत्रों के जरिए से मेले को भक्ति रस में डुबोकर चारो ओर भक्तिमय माहौल बना दिया। कलाकारों ने बड़ी चौपाल पर भक्ति रस से ओतप्रोत गीत मेरी झोपडी के भाग आज खुल जाएंगे, राम आएंगे… की प्रस्तुति को मधुर धुन में ऐसे पिरोया की दर्शक भगवान श्रीराम की भक्ति में डूब गए। मौका था 37 वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय शिल्प मेले की बड़ी चौपाल में बुधवार को आयोजित सांस्कृतिक संध्या का।
उल्लेखनीय है कि गत दो फरवरी से आगामी 18 फरवरी 2024 तक आयोजित किए जा रहे 37 वें सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय शिल्प मेले में देश के विभिन्न राज्य और करीब 50 देश भागीदार बन रहे हैं। थीम स्टेट गुजरात तथा पार्टनर देश तंजानिया व सांस्कृतिक पार्टनर अष्ट लक्ष्मी प्रांतों के द्वारा की जा रही है। भारतीय संगीत में आलौखिकता गायकी का संगम मिलता है। बुधवार के सांस्कृतिक संध्या के कार्यक्रम में बोलो पङो रै हंस लो, आवणी यूणी नै आयो, आज म्हारो मन मोर बने…, नवरात्रा गरबा की धूम गुजरात में होती है जैसे सुंदर गीतों के साथ गरबा और डांस की प्रस्तुति जब गुजराती कलाकारों द्वारा दी गई तो दर्शक उनके साथ मंत्र मुग्ध हो कर गाने लगे। वहीं उच्चे उच्चे तेरे मन्दिर, हम सब करते हैं तेरा गुणगान…, नगर में जोगी आयो आ के अलख जगायो, सबसे बड़ा है भगवान तेरा नाम…, मन लागो मेरे यार फकीरी में…गीत की प्रस्तुति पर पर्यटक झूमने को मजबूर हो गए।