14 दिन की प्लानिंग और लूट लिया सोना और करोड़ों का माल
ज्वैलरी शोरूम में खाना और छेनी-हथौड़ी लेकर पहुंचा था आरोपी

नई दिल्ली : पुलिस ने बताया कि उसने अकेले ही चोरी की वारदात को अंजाम दिया और उसकी एंट्री-एग्जिट देखकर भी ऐसा ही लग रहा है। हालांकि पुलिस ने कहा कि हो सकता है कि साजिश में कोई और भी शामिल हो, इसकी जांच की जा रही है।
दिल्ली में ज्वैलरी शोरूम में हुई 25 करोड़ की चोरी (25 crore theft) मामले में आरोपी लोकेश श्रीवास को पुलिस ने गिरफ्त किया है। दिल्ली पुलिस (Delhi Police) ने इस चोरी को लेकर कई बड़े खुलासे किए हैं। पुलिस के मुताबिक, आरोपी इतनी बड़ी चोरी को अंजाम देने से पहले रेकी के इरादे से दिल्ली आया था। साथ ही आरोपी ने अकेले ही पूरी वारदात को अंजाम दिया। इसके लिए वो पूरी तैयारी के साथ दिल्ली आया था। पुलिस ने बताया कि उसके खिलाफ विभिन्न जगहों पर चोरी की वारदात को अंजाम देने के कई मामले पहले से ही दर्ज है।
दक्षिणी पूर्वी दिल्ली के डीसीपी राकेश देव ने बताया कि लोकेश श्रीवास चोरी करने से पहले दो बार दिल्ली आया था। साथ ही उन्होंने बताया कि 24 सितंबर को रविवार की शाम को आरोपी चोरी के इरादे से ज्वैलरी शोरूम में दाखिल हुआ। उसने उस दिन कुछ नहीं किया। उस दिन उसने आराम और चोरी की प्लानिंग की। इसके अगले दिन उसने चोरी को अंजाम दिया।
चोरी करने खाना और छेनी-हथौड़ी लेकर पहुंचा : पुलिस ने बताया कि अपना खाना साथ लेकर गया था। साथ ही चोरी को अंजाम देने के लिए उसके पास छेनी-हथौड़ी भी थी। पुलिस ने बताया कि उसने अकेले ही चोरी की वारदात को अंजाम दिया और उसकी एंट्री-एग्जिट देखकर भी ऐसा ही लग रहा है। हालांकि पुलिस ने कहा कि हो सकता है कि साजिश में कोई और भी शामिल हो, इसकी जांच की जा रही है।
कई राज्यों में चोरी की वारदातों में आरोपी : लोकेश श्रीवास शातिर अपराधी है और उस पर पहले से ही चोरी की वारदात के 14 मामले दर्ज हैं। आरोपी ने दिल्ली के साथ ही आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी चोरी की वारदातें की है।
ज्वैलरी शोरूम में चोरी करने में महारत : उन्होंने कहा कि यह फुल टाइम चोर है. करीब एक दशक पहले लोकेश एक सैलून में काम करता था। शोरूम इसके चाचा का है। उन्होंने बताया कि ज्वैलरी शोरूम में चोरी करने में उसे महारत हासिल है।
बता दें कि पुलिस ने आरोपी लोकेश श्रीवास को 29 सितंबर को छत्तीसगढ़ के बिलासपुर से गिरफ्तार किया है।
दिल्ली की सबसे बड़ी चोरी में दिल्ली पुलिस लोकेश के साथी शिवा चंद्रवंशी को भी आरोपी मान रही है। शिवा भी लोकेश के साथ दिल्ली शोरूम की रेकी करने आया था। दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस को चोरी की चोरी के मास्टरमाइंंड लोकेश की ट्रांजिट रिमांड नहीं मिली है। ऐसे में दिल्ली की सबसे चोरी की परते खुलने में अभी कई दिन और लगेंगे। तेलंगाना पुलिस ने लोकेश के तीसरे साथी लोकेश राव को भी गिरफ्तार किया है। लोकेश राव ने ही मुख्य आरोपी के बारे में बताया था।
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लोकेश श्रीवास चोरी के एक मामले में छत्तीसगढ़ से फरार था। छत्तीसगढ़ पुलिस उसका पूरी सरगर्मी से तलाश कर रही थी। ये छिपने के लिए दिल्ली आ गया था। हालांकि दिल्ली में बड़ी चोरी करने की मंशा भी इसके दिमाग में थी। ये दिल्ली में सबसे पहले चांदनी चौक गया। यहां काफी देर तक घूमता रहा। यहां उसे लगा कि जूलरी शोरूम में वारदात करना आसान नहीं है। इसके बाद इसने यहां किसी से दिल्ली में बड़े व सस्ते शोरूम के बारे में पूछा। तब उसे जंगपुरा स्थित उमराव सिंह शोरूम के बारे में पता चला। इसके बाद ये शिवा के साथ जंगपुरा पहुंचा।
ये दोनों नौ सितंबर को वहां गए थे। यहां पर इन्होंने काफी देर तक रैकी की। इसके बाद छत्तीसगढ़ चले गए। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, मुख्य आरोपी लोकेश रेकी करने के लिए दो-तीन बार दिल्ली आया था। पूछताछ में उसने बताया कि उसने यू-ट्यूब देखकर ये पता लगाया था कि शोरूम कब बंद रहता है। यह कितना बड़ा है और यहां कितनी भीड़ रहती है। वारदात वाले दिन यानि 24 सितंबर को वह दिल्ली आया और इसने शोरूम की रेकी की। इसके बाद वह पुरानी दिल्ली गया। उसने पुरानी दिल्ली से औजार खरीदे और रात नौ बजे शोरूम के पास पहुंचा। यहां पर रात 11.45 बजे तक घूमता रहा। रात 11.45 बजे वह शोरूम की बगल वाली इमारत में घुसा। इमारत में घुसता हुआ वह सीसीटीवी कैमरों में कैद हुआ है।
यह रहा समूचा घटनाक्रम
9 सितंबर- पहली बार शिवा के साथ रेकी करने दिल्ली आया।
14 सितंबर- रेकी करने दिल्ली आया।
16 सितंबर- आखिरी बार फिर रेकी करने अकेला आया।
24 सितंबर- वारदात करने दिल्ली आया और सुबह नौ बजे उमराव सिंह शोरूम पहुंच गया।
24 सितंबर- रेकी करने के बाद पुरानी दिल्ली व चांदनी चौक चला गया। यहां से रात 9 बजे फिर शोरूम पहुंचा।
24 सितंबर-रात 9-11.45 बजे तक शोरूम के आसपास रेकी करता रहा। रात 11.45 बजे शोरूम में घुसा था।
25 सितंबर-करीब साढ़े 17 घंटे अंदर रहने के बाद शाम 7.30 बजे गहने लेकर शोरूम से बाहर निकला।